– स्कॉलरशीप से लेकर अन्य विभिन्न लाभ देकर विद्यार्थियों को किया जाता है लांभावित : दीपक यादव
बल्लभगढ़। सेक्टर-2 स्थित विद्यासागर इंटनेनशनल स्कूल का पहला 10 वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम जहां शत-प्रतिशत रहा,वहीं दूसरी तरफ विद्यालय की एक छात्रा ने गणित विषय 99 प्रतिशत तो दो अन्य छात्राओं ने अन्य विषयों में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय के साथ-साथ अभिभावकों का नाम रोशन किया। विद्यार्थियों की इस कामयाबी पर विद्यालय की तरफ से स्वागत किया गया और देर शाम तक मिठाई वितरण कार्यक्रम चलता रहा। यह परीक्षा परिणाम विद्यायल का प्रथम परीक्षा परिणाम था।
जानकारी देते हुए विद्यालय की प्रिंसिपल ज्योति चौधरी ने बताया कि सन 23-24 मे प्रथम वर्ष में विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा। जिसमें 10 वीं कक्षा की सोना ने गणित विषय में 99 अंक,जबकि यशीका ने एसएसटी और आईटी में 98-98 अंक तो संस्कृत में शिप्रा भी 98 अंक प्राप्त किए जबकि सांइस में सोना को 95 अंक मिले, अब अगर हिंदी विषय की बात करें तो हिंदी विषय में सोना और याशिका को 93 अंक मिले है। इसी प्रकार प्रकार याशीका विद्यालय में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली टॉपर रहीं तो सोना ने 94 अंक प्राप्त करके विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के टॉपर विद्यार्थियों में नाम दर्ज कराया। इसी क्रम में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रथम वर्ष में पांच विद्यार्थियों ने मैरिट में नाम दर्ज कराया है, जिसमें याशिका, सोना, शिप्रा, सचिन व देव के नाम शामिल है।
इसी क्रम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए विद्यालय के निदेशक दीपक यादव ने कहा कि सेक्टर दो स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में प्रथम वर्ष की 10 वीं कक्षा का शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा। यह विद्यालय के सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों की मेहनत का परिणाम है। विद्यालय इस परीक्षा के लिए सभी अध्यापक और अभिभावक बधाई के पात्र मानता है। यादव ने कहा कि विद्यालय की परीक्षाएं हो या फिर बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं या फिर खेल-कूद में विद्यालय की तरफ से बेहतर परिणाम देने वाले विद्यार्थियों को समय-समय पर सम्मानित किया जाता है। जिसमें विद्यालय की तरफ से स्कॉलरशीप से लेकर अन्य विभिन्न लाभ देकर विद्यार्थियों को लांभावित किया जाता रहा है और यह सिलसिला भविष्य में भी इसी प्रकार चलता रहेगा। इसी के साथ यादव ने सभी अभिभावकों को विद्यालय पर विश्वास जताने के लिए आभार व्यक्त किया।