Faridabad News, 30 Sep 2020 : 26 गांव को नगर निगम में शामिल किए जाने के बाद से ग्रामीणों का रोष थमने का नाम नहीं ले रहा है। वह लगातार पंचायत कर इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं। अपनी इन्हीं मांगों को लेकर आज युवा व ग्रामीणों ने सर और हाथों पर काली पट्टी बांधकर सड़कों पर उतर आए और नगर निगम कार्यालय से नगर निगम मुर्दाबाद, 26 गांव की एकता जिंदाबाद, 26 गांव को नगर निगम में लेने का तानाशाही फैसला वापस लो, वापस लो, के नारों के साथ नगर निगम आयुक्त के घर पर पहुंचे, सभी ग्रामवासी इस बात से नाराज हो गए कि बताने के बाद भी कि वह कल प्रदर्शन करेंगे और निगम कमिश्नर को ज्ञापन देंगे लेकिन निगम कमिश्नर तो फरीदाबाद में ही नहीं है इसी बात से गुस्साए ग्रामीणों ने नगर निगम द्वारा 26 गांव को नगर निगम में लेने का जो प्रस्ताव पारित किया था ग्रामीणों ने उस प्रस्ताव की कॉपी जलाई और सभी ने कहा कि यह काला प्रस्ताव और कानून हमें किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है उसके बाद सभी ग्रामीणों ने नगर निगम कमिश्नर के पीए को ज्ञापन सौंपा।
युवा पंचायत के संयोजक जसवंत पवार ने साफ तौर पर कहा कि जिन गांव को अब तक नगर निगम ने अपने अंदर शामिल किया है उन गांव के मुकाबले उनके गांव बेहद समृद्ध हैं और वे अपनी पंचायतों से बेहद खुश हैं। इसलिए वे नहीं चाहते कि किसी भी तरह से उनके गांव की नगर निगम में शामिल किया जाए। इस दौरान ग्रामीणों ने निगम के उस प्रस्ताव को जलाया जिसमें 26 गांवों को शामिल किए जाने की बात कही गई थी, पवार ने कहा कि नगर निगम इन 26 गांव के पास जो 1500 सौ करोड़ रुपए और गांव की जो पंचायती जमीन है इनको हड़पना चाहते हैं और इन गांव को भी नगर निगम की तरह कंगाल करना चाहते हैं जोकि ग्रामीण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
नीमका के पूर्व सरपंच राजबीर नागर ने कहा कि कहा कि हम मर जाएंगे लेकिन अपने गांव को नगर निगम में शामिल नहीं होने देंगे, कुछ राजनीतिक लोग अपने राजनैतिक स्वार्थ के लिए इन 26 गांव को बलि का बकरा बनाना चाहते हैं लेकिन हम किसी भी कीमत पर अपने गांव को नगर निगम में शामिल नहीं होने देंगे सभी ग्रामीणों ने साफ तौर पर निगम प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा उनके मुताबिक नगर निगम में बहुत भ्रष्टाचार है और अगर उनके गांव भी शामिल कर लिए गए तो वह भी पूरी तरीके से बर्बाद हो जाएंगे।
इस मौके पर राजवीर नागर नीमका, महिपाल आर्य, धीरज यादव, सचिन चंदिला एडवोकेट बडौली,महेशहिन्दू , विक्रांत गौड, भगत सिंह सिरोही, जसवंत पवार, डॉक्टर सुरेंद्र कीना, गोपाल यादव, जीतू साहूपुरा, राधे पंडित तिलपत, सुंदर कपासिया , सनी पराशर, राहुल कौशिक, देवेंद्र, सुनील दुष्यंत,मिन्टू ,कुलदीप,सौरभ,अरण, लेखराज, लाला शामिल रहे।