Faridabad News, 01 Feb 2019 : अपने बजट भाषण में पीयूष गोयल ने नेतृत्व प्रदान करने वाले इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस के साथ एक गुणवत्ता, विज्ञान उन्मुख शैक्षिक प्रणाली के निर्माण के बारे में बात की। यह उल्लेखनीय है कि ASSOCHAM इंडिया, एजुकेशन प्रमोशन सोसायटी फॉर इंडिया, स्ट्रैटफर्स्ट इंडिया के माध्यम से हमने अनुसंधान और विकास पर ध्यान केंद्रित करने और सीखने की गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान देने की सिफारिश की है। यह उस दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
सरकार के साथ हमारी कई बैठकों में हम, भविष्य की नौकरियों के लिए छात्रों को कौशल देने पर जोर दे रहे हैं। हमें ‘नौकरी चाहने वालों’ के बजाय ‘जॉब क्रिएटर्स’ तैयार करने की आवश्यकता है। बजट भाषण में आज विशेष व्यावसायिक कौशल में उत्कृष्टता केंद्रों की सिफारिश की गई है। हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर राष्ट्रीय केंद्र की स्थापना के केंद्र के साथ-साथ उत्कृष्टता केंद्र की घोषणा का स्वागत करते हैं। राष्ट्रीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता पोर्टल “स्किलिंग” में एक नए भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा।
उच्च शिक्षा संस्थानों (जैसे परिवहन, सुरक्षा, प्रवेश, हाउसकीपिंग) द्वारा प्राप्त सहायक सेवाओं पर कर लाभ और रियायतें जीएसटी के तहत कर योग्य हैं, जिससे शिक्षा की लागत लगभग 7% बढ़ जाती है। हमने आउटसोर्स सेवाओं पर जीएसटी में आंशिक छूट की सिफारिश की थी- उच्च शिक्षा में 18% से 5% तक जो सरकार द्वारा अभी तक नहीं ली जा रही हैं।
डॉ. प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान