Faridabad News, 19 June 2020 : कोरोनो वायरस का वैश्विक प्रभाव दुनिया भरके शैक्षिक संस्थानों पर पड़ा है। चूंकि छात्र और फैकल्टी अपने घरों तक ही सीमित रहते हैं, शिक्षा संस्थान अपने छात्रों के साथ वस्तुतः काम करने और उनके पाठ्यक्रम को पूरा करने के तरीके तलाश रहे हैं । ऐसे में दुनिया भर के शिक्षण संस्थानों ने अपने छात्रों से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल शुरू किया है । इसी संदर्भ में डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, फरीदाबाद ने भी प्रिंसिप लडायरेक्टर डॉ । संजीवशर्मा के कुशल नेतृत्व में एक आठ दिनों की वेब टॉक सीरीज का आयोजन आरंभ किया है । जितना महामारी हमें शारीरिक रूप से अलग करने का प्रयास कर रही है , तकनीक हमें समीप ला रही है। आठ दिनों की वेबटॉक सीरीज़ की योजना 16 जून 2020 – 24 जून 2020 तक विभिन्न पाठ्यक्रमों को शामिल करके बनाई गई है। इस वेब सीरीज के तीसरे दिन यानी 18 जून 2020 को वर्चुअल पर बीबीए (बीई) विभाग द्वारा सुबह 11:30 बजेसेदोपहर 12:30 बजे तक अपने पाठ्यक्रम की जानकारी दी गई। शुरुआती टिप्पणी डॉ नीलम गुलाटी (डीनएकेडमिक्स) द्वारा दी गई, जहां उन्होंने डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, फरीदाबाद द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों से दर्शकों को परिचित कराया। प्रधान निदेशक डॉ । संजीव शर्माने अपने लुभावने शब्दों से दर्शकों को संबोधित किया और इस तरह मुश्किल समय में सकारात्मकताका प्रसार किया। सुश्री अर्चना मित्तल द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया था और विभाग की अंतर्दृष्टि सुश्री आकांक्षा शर्मा द्वारा आकर्षक पॉवर पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से दी गई थी, जिसमें छात्रों के लिए पाठ्यक्रम की प्रमुख विशेषताओं, उपलब्धियों और इसके भविष्य के प्रयासों पर प्रकाश डाला गया था। सुश्री वंदना जैन ने श्रोताओं को बी बी ए बिजनेस इकोनॉमिक्स कोर्स के छात्रों औररोटरेक्ट क्लब के बारे में बताया और यह भी बताया कि बिजनेस इकोनॉमिक्स कोर्स के छात्रों ने ही रोटरेक्ट क्लब की नींव कॉलेज में डाली थी। इसके बाद ट्रेनिंग एवम् डेवलपमेंट डिपार्टमेंट से हरीश वर्मा ने कोर्स के प्लेसमेंट के विषय में बताया। घंटे के भीतर 700 से अधिक दर्शक और प्रश्नों से भरी चैटबॉक्स सत्र की सफलता के प्रमाण हैं। कुछ सवालों को लाइव लिया गया था और संस्थान के रिसर्च प्रमोशन सैल कीडीन डॉ सुनीता बिश्नोई, इ कंटेंट डेवलपमेंट सैल की डीन डॉ आशिमा टंडन, ट्रेनिंग सैल की डीन डॉ अंजलि आहूजाएवम् , सुश्री वंदना जैन द्वारा विधिवत उत्तर दिए गए थे और बाकी के प्रश्नों को गूगल फॉर्म्स के ज़रिए हल किया जाएगा। विभाग की एचओडी, डॉ. निधि तुरान ने धन्यवाद प्रस्ताव के साथ समापन टिप्पणी दी ।