Faridabad News, 25 Feb 2021 : डिजाइन थिंकिंग नवाचार के लिए एक मानव केंद्रित दृष्टिकोण है। समय की मांग के अनुसार रचनात्मकता का उपयोग करके सीख प्रदान करने के लिए , डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, फरीदाबाद के बीबीए विभाग ने “डिजाइन थिंकिंग: महत्व और प्रक्रिया” विषय पर 24 फरवरी 2021 को एक वेबिनार का आयोजन किया । इस अवसर पर एमिटी यूनिवर्सिटी के एमिटी सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट की प्रोफेसर व प्रमुख प्रो. डॉ. नीलम सक्सेना यशस्वी वक्ता थे, जिनके बुद्धिमान शब्द और आगे की सोच ने सभी को मोहित कर दिया।
डॉ नीलम सक्सेना ने कहा कि तीन कोर डिजाइन थिंकिंग सिद्धांतों, : सहानुभूति, विशाल सोच, और प्रयोग पर ध्यान केंद्रित करके टीम की रचनात्मक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है । यह उन लोगों की समझ विकसित करने में गहरी रुचि के इर्द-गिर्द घूमती है जिनके लिए निर्माता उत्पादों या सेवाओं को डिजाइन कर रहे हैं । यह कर्मचारियों को अधिक चौकस बनने और ग्राहकों के साथ सहानुभूति विकसित करने में मदद करता है ।
उन्होंने प्रत्येक परियोजना से निपटने के लिए आवश्यक कदमों को परिभाषित करने के लिए प्रक्रिया का उपयोग करने पर जोर दिया, और इस प्रक्रिया के दौरान सभी विचारों और रेखाचित्रों को पकड़ना याद रखें । प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ संजीव शर्मा और वाइस प्रिंसिपल एंड रजिस्ट्रार डॉ रितु गांधी अरोड़ा ने बीबीए विभाग की पूरी टीम को इस तरह के शानदार विचारों के साथ आने और इस तरह के एक जीवंत और समृद्ध सत्र के आयोजन के लिए बधाई दी ।