Faridabad News, 13 Feb 2020 : जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आज निर्माण कार्य के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के कोड्स एवं दिशा-निर्देशों पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। टीईक्यूआईपी परियोजना के सौजन्य से आयोजित इस कार्यशाला में लगभग 70 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला का उद्घाटन वैज्ञानिक-एफ और भारतीय मानक ब्यूरो, फरीदाबाद के प्रमुख प्रवीण खन्ना और कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग ने किया। सत्र की अध्यक्षता सिविल इंजीनियरिंग के अध्यक्ष डॉ. एम.एल. अग्रवाल ने की।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग ने सिविल इंजीनियर्स को निर्माण कार्य के लिए भवन निर्माण कोड की सही जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बीआईएस मानकों के अनुरूप होने पर ही निर्माण कार्य की गुणवत्ता को बनाए रखा जा सकता है। उन्होंने छात्रों को निर्माण कार्यों के बीआईएस दिशानिर्देशों के बारे में जागरूक करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।
अपने संबोधन में भारतीय मानक ब्यूरो, फरीदाबाद के प्रमुख प्रवीण खन्ना ने भारतीय मानक ब्यूरो तथा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता लाने में बीआईएस मानकों पर संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो सिविल के अलावा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अन्य क्षेत्रों में भी उत्पाद और सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए काम कर रहा है।
बीआईएस वैज्ञानिक अभिषेक पाल तथा राष्ट्रीय सीमेंट और भवन निर्माण सामगी परिषद् से अंकुर मित्तल ने भी कार्यशाला में व्याख्यान दिया। श्री मित्तल ने वाणिज्यिक भवन में ऊर्जा संरक्षण के लिए ऊर्जा संरक्षण भवन कोड मानकों पर चर्चा की।
अन्य में डॉ. एम. एल. अग्रवाल ने कार्यशाला की कार्यवाही को संक्षेप में प्रस्तुत किया तथा कार्यशाला के सफलतापूर्वक संचालन में सहयोग देने के लिए बीआईएस अधिकारियों का आभार जताया। कार्यशाला के समापन पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। कार्यशाला का समन्वय डॉ. विशाल पुरी और योगेश कुमार मौर्या द्वारा किया गया।