Fatehabad News : बीते दिनों को एच.एस.सी. ने क्लर्क का परिणाम घोषित किया जिसमें फतेहाबाद के एक कैंडिडेट केशव ने 158 अंक हासिल किए। इस कैंडिडेट को एच.एस.एस.सी. ने फेल कर दिया जबकि जिस कैंडिडेट के 152 अंक थे उसको क्वालीफाइड घोषित कर दिया। ऐसे में यहां पर यह बात स्पष्ट होती है। कि घर की बही काका लिखनियां जिस तरह कम मार्क हासिल करने वाले को क्वालीफाइड और अधिक अंक प्राप्त करने वाले को फेल घोषित किया है।
वह सरकारी भाई-भतीजेवाद नीति की तरफ साफ इशारा कर रही है। इसके अलावा इस बात की भी गवाही दे रही है कि मनोहर सरकार सबका-साथ सबका विकास की झूठी नारेबाजी कर वाहवाही लूट रही है जबकि सच्चाई आप सबके सामने है वर्ना केशव के साथ यह भेदभाव नहीं होता।
फतेहाबाद के गांव शहीदांवाली का रहने वाला है पीड़ित
फतेहाबाद जिले के गांव शहीदांवाली निवासी केशव ने बताया कि 2016 को उसने एच.एस.एस.सी. क्लर्क की परीक्षा दी थी। परीक्षा के कुछ समय बाद एच.एस.सी. ने आंसर-की नैट पर डाल दी थी ताकि परीक्षार्थी यह देख सकें कि उनके कितने प्रश्न ठीक हैं और कितने गलत। केशव कुमार ने जब नैट पर आंसर-की देखी तो उसके 79 प्रश्न ठीक मिले। ऐसे में उसने 158 अंक हासिल किए।
उसको पूरी उम्मीद थी कि उसने एग्जाम क्लीयर कर दिया है लेकिन केशव की उम्मीदों पर 9 अक्तूबर की रात को पानी फिर गया जब एच.एस.एस.सी. ने बोर्ड की वैबसाइट पर परिणाम जारी किया। उसको परीक्षा में फेल दिखा दिया गया जबकि 152 अंक हासिल करने वाले को उत्तीर्ण घोषित किया गया। केशव ने कहा कि वे अपने साथ हुए भेदभाव के लिए हाईकोर्ट में अपील करेंगे और जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता वे चैन से नहीं बैठेंगे।