Gohana News : हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को दिल से खुश होने का अवसर प्रदान किया है, जिसके तहत प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करने के लिए गोहाना में 12 अगस्त को किसान धन्यवाद रैली का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों में फसलों के लागत मूल्य के लिए फार्मूला तय करने से उत्साह की लहर है। ऐसे में धन्यवाद रैली एक रिकॉर्ड तोड़ रैली होगी।
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ बुधवार को गोहाना में सिंचाई विभाग के विश्राम गृह में आयोजित जनसभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग रहती थी कि जिस प्रकार से सरकारी कर्मचारियों का वेतन महंगाई भत्ते के साथ बढ़ता है उसी प्रकार से किसानों की फसलों के दाम भी बढऩे चाहिए। यह कार्य धरती पुत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिखाया है, जिसे कोई दूसरा नेता नहीं कर सका। अब किसानों को उनकी फसलों की लागत पर 50 प्रतिशत लाभ के साथ दाम मिलेगा। यह बहुत बड़ा कार्य किया गया है, जिससे किसानों की आमदनी में विशेष इजाफा होगा। किसानों की जो भी लागत होगी, उसी के अनुरूप लाभ भी मिलेगा। कोई भी सरकार अब इस फार्मूला से पीछे नहीं हट सकती। उन्होंने कहा कि अब तो किसानों के घर-घर में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगाई जाएगी। क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को आर्थिक आजादी दे दी है। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के कुतर्क को दूर करने का साहसी कार्य किया गया है। विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि किसानों की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारण में छह बातों का ध्यान रखा जाता था। इन बातों में देखा जाता था कि देश में फसलों के भाव क्या है, विदेशों में फसलों के भाव क्या हैं, जो दाम देेंगे उसका अन्य लोगों (खाने वाले आम जन)पर क्या असर पड़ेगा, दूसरी फसलों पर क्या असर पड़ेगा, संबंधित फसल पर निर्भर उद्योगों पर क्या असर पड़ेगा और किसान की लागत क्या आई है। किंतु अब किसानों को लागत पर पचास प्रतिशत लाभ मिलेगा ही मिलेगा। इसे कोई नहीं रोक सकता।
कृषि मंत्री धनखड़ ने कहा कि किसानों की यह खुशी अन्य राजनीतिक दलों से देखी नहीं जा रही है। इसीलिए वे किसानों को बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्षी राजनीतिक दल अच्छाई में से बुराई निकालने की जुगत में हैं, जिन्होंने 70 वर्षों में किसान हित में कुछ नहीं किया। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं को किसानों तक उनके हित में किये गये कार्यों की जानकारी पहुंचानी होगी। किसानों की खुशी साझा करनी होगी। उन्होंने कहा कि लागत मूल्य निर्धारण में लागू किया गया फार्मूला सभी फसलों पर लागू किया गया है। हर फसल पर एक समान रूप से किसानों को बढ़ोतरी मिलेगी। यह कार्य स्वामीनाथन रिपोर्ट से भी आगे बढक़र किया गया है। उन्होंने कहा कि एक फसल के लिए 33 हजार 500 करोड़ रुपये निर्धारित किये गये हैं, जिसमें से 1500 करोड़ रुपये हरियाणा के किसानों के हिस्से में आयेेंगे। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी निशाना साधा कि वे अपने कार्यकाल में उनकी अध्यक्षता में तैयार रिपोर्ट को लागू नहीं करवा सके, जिसे तैयार करने की जिम्मेदारी तत्कालीन प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने उन्हें सौंपी थी।
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि सरकार किसान हित में एक नई योजना- अपनी गिरदावरी अपने आप लागू करने जा रही है। इसके लिए किसानों को एक फार्म भरवाकर देना होगा, जिसके साथ बैंक खाता नंबर तथा आधार कार्ड की कॉपी देनी होगी। इसके बाद पटवारी जांच करेगा। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की गिरदावरी संबंधी समस्या व शिकायतें दूर हो जाएंगी। इस दौरान उन्होंने किसानों व ग्रामीणों की मांगों व समस्याओं की सुनवाई भी की।
इस मौके पर हरियाणा राज्य पिछड़ा वर्ग कल्याण निगम के चेयरमैन रामचंद्र जांगड़ा, भाजपा के जिलाध्यक्ष डा. धर्मबीर नांदल, बलजीत मलिक, मोहनलाल बड़ौली, डा. ओमप्रकाश शर्मा, राकेश मलिक, अनिल झरोंठी, मंडलाध्यक्ष बलराम कौशिक, एडवोकेट रजनीश मलिक, निशांत छौक्कर, मनिंद्र सन्नी, इंद्रजीत विरमानी आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।