Gurugram News : एमिटी यूनिवर्सिटी मानेसर को पचास फीसदी बिजली सोलर से मिलेगी। यूनिवर्सिटी में क्लीनमैक्स सोलार के साथ मिलकर 501 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम लगाया है। इसमें से 314 किलोवॉट क्षमता के पैनल रूफटॉप पर लगाए हैं। 187 किलोवॉट क्षमता के जमीन पर लगाए हैं। इससे 683,290 किलोवॉट बिजली प्रति वर्ष उत्पादन की उम्मीद है। इससे संस्थान को हर साल करीब 18.45 लाख रुपये की बचत होगी। इस परियोजना से प्रति वर्ष 5006 टन कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा कम उत्सर्जित होगी।
एमिटी समूह ने क्लीनमैक्स के साथ जयपुर (राजस्थान), मानेसर (हरियाणा) और ग्वालियर (मध्य प्रदेश) स्थित यूनिवर्सिटी कैंपस को सोलर यूक्त बनाया है। सौर संयंत्रों से संचयी रूप से प्रतिवर्ष 27,62,388 किलोवॉट बिजली उत्पादन होने की उम्मीद है। जिससे आने वाले 25 वर्षों तक 2265 टन कार्बन डाइऑक्साइड प्रतिवर्ष का उत्सर्जन कम होगा। क्लीनमैक्स सोलार के सीईओ गजानन नाबर ने कहा एमिटी विश्वविद्यालय के तीनों कैंपस में कुल मिलाकर 1.8 मेगावॉट क्षमता के सौर प्लांट स्थापित किए गये हैं। जिससे 2265 टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकेगा, जिसका मतलब है कि प्रतिवर्ष 480 यात्री वाहनों को रोड़ से हटाने जितनी क्षमता है। शैक्षणिक संस्थानों का सोलार होना और पारंपरिक ईंधन आधारित ऊर्जा में कम निर्भरता हमारे सतत् विकास और हरे-भरे भविष्य की तरफ एक बड़ा कदम है।