Chandigarh News : नेता विपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने संजयलीला भंसाली की फिल्म पद्मावती के विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हर समुदाय की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए और अभिव्यक्ति की आजादी का कतई यह अर्थ नहीं होना चाहिए कि किसी को भी दूसरों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार है।
चौटाला ने कहा भंसाली को लोगों की प्रतिक्रिया आते ही इस फिल्म के प्रमोशन को रोक देना चाहिए था और पहले केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पास भेजना चाहिए था ताकि फिल्म में कोई भी विषयवस्तु ऐसी है जो किसी जाति विशेष की मर्यादाओं और भावनाओं को क्षति पहुंचाती हो तो सेंसर बोर्ड उन आपत्तिजनक हिस्सों को संपादित कर क्लिन चिट दे सके।
पत्रकारों को मुंबई में दिखाई फिल्म
इनेलो नेता ने कहा कि सामाजिक सरोकार हमेशा आर्थिक हितों से बड़े होते हैं। भंसाली ने जानबूझ कर यह विवाद खड़ा किया है ताकि ज्यादा लोग उनकी फिल्म को देखें लेकिन किसी भी फिल्म निर्माता को इस बात की अनुमति नहीं दी जा सकती की वह अपने आर्थिक लाभ के लिए लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करे। जिस तरीके से फिल्म निर्माता ने सेंसर बोर्ड का प्रमाण-पत्र मिलने से पहले ही इसके प्रोमो यानी प्रचार सामग्री को टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित कर दिया और फिर निजी तौर पर कुछ पत्रकारों को मुंबई बुला कर फिल्म दिखाई है। उससे एक समुदाय आहत हुआ है।
मानुषी के लिए कही ये बातें
इनेलो नेता ने यह भी कहा कि हरियाणा की असली पहचान मानुषी छिल्लर, कल्पना चावला, साक्षी मलिक और गीता फोगाट जैसी बेटियां हैं जिन्होंने अपनी पहचान बनाने का सपना देखा और उसको सच भी कर के दिखाया।
अभय सिंह चौटाला नें मानुषी छिल्लर को मिस वर्ल्ड बनने पर बधाई देते हुए कहा कि मानुषी ने देश-दुनिया में अपने परिवार के साथ-साथ प्रदेश का भी मान व गौरव बढ़ाया है जिसके लिए उनकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा की मानुषी की उपलब्धि प्रदेश की बेटियों के लिए प्ररेणा बनेगी साथ ही जो लोग बेटियों को बोझ समझते हैं उनके लिए नसीहत का काम करेगी।