Chandigarh News : एनजीटी के निर्देशों के बावजूद हरियाणा के लगभग सभी जिलों में किसानों द्वारा पराली जलाए जाने का सिलसिला जारी है। पराली के जलाए जाने से पड़ोसी राज्यों में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पराली के जलने उतरी भारत के कई राज्यों नें तीन दिन से सिर्फ धुंआ ही धुंआ नजर आ रहा है। किसानों का साफ कहना था कि बीते कई दशकों से उनके बुजुर्ग भी खेतों में अवशेषों को आग के हवाले करते आए हैं।
फतेहाबाद में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के हल्के टोहाना में सबसे ज्यादा किसानों ने जलाई पराली। बात दें कि पराली जलाने वाले 190 किसानों को कृषि विभाग ने भेजा नोटिस। जाखल-टोहाना क्षेत्र में 120 किसानों को दिए नोटिस। पराली जलाने वाले 710 किसान सेटेलाइट के जरिए पकड़ में आये। प्रशासन ने पराली पर प्रतिबंध को लेकर किये गए प्रबन्धों की रिपोर्ट आज एनजीटी को सौंपेगा। अगर वह खेतों में खड़े अवशेषों को आग के हवाले ना करें तो नई फसल के लिए लगाए जाने वाला बीज खेतों में अच्छे से मिक्स नहीं होते।