Nuh News, 29 May 2021 : हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद चंडीगढ़ के मानद् महासचिव प्रवीण के कुशल नेतृत्व में वह जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष धीरेंद्र खड़गटा उपायुक्त जिला नूंह के आदेशानुसार ऑनलाइन प्रतियोगिता के माध्यम से बाल कल्याण के सर्वांगीण विकास में कार्य कर रही है ।
मानद् महासचिव प्रवीण अत्री ने जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा से गत दिनों शिष्टाचार भेंट करते हुए कहा कि जिले के तीनों बाल भवनों में शीघ्र अति शीघ्र बच्चों के लिए कलात्मक ,रचनात्मक, सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरियों एवं एडमिशन के लिए प्रतियोगिताओं की तैयारी हेतु बौद्धिक गतिविधियां चलाई जाएंगी। जो बिना प्रशासन सहयोग के चलाना असंभव है। श्रीमान उपायुक्त महोदय ने आश्वासन देते हुए कहा कि बच्चों के विकास के लिए जो भी गतिविधियां चलाई जाएंगी। मैं पूर्ण सहयोग करूंगा।
जिला बाल कल्याण अधिकारी कम ड्यूटी मजिस्ट्रेट कमलेश शास्त्री ने जिले के प्रत्येक बच्चे तक पहुंचने का संकल्प लिया है और कहा कि हमें माननीय उपायुक्त श्री धीरेंद्र खटखटा के दिशा निर्देश में कार्य करने का अनुभव मिल रहा है जो कि हम कर्मठता के साथ ऑनलाइन राज्य स्तरीय ग्रीष्मकालीन शिविर में वह करोना दौर में जा एक तरफ यह बीमारी काल का ग्रास बना रही है वहीं दूसरी तरफ हम बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभा को ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के माध्यम से निखारने का कार्य कर रहे हैं क्योंकि बच्चा पूरे दिन घर में रहकर मानसिक तनाव जैसी बीमारियों से ग्रस्त होते जा रहे हैं और इस समय हमारा फर्ज बन जाता है कि प्रत्येक बच्चे तक इन प्रतियोगिताओं की सूचना वह भाग लेने के लिए प्रेरित करना ड्यूटी के साथ-साथ यह हमारी वह प्रत्येक व्यक्ति की नैतिकता भी बनती है।
ऑनलाइन राज्य स्तरीय ग्रीष्मकालीन शिविर के लिए कर्मठता के साथ कार्य कर रहे जिला संयोजक राष्ट्रीय सेवा योजना वह जिला शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि कम नोडल अधिकारी श्री अशरफ मेवाती ने बताया कि इस समर टाइम में भी बच्चे प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए अपना पूर्ण उत्साह दिखा रहे हैं। हम जिले के प्रत्येक बच्चे तक पहुंचने का कार्य कर रहे हैं जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री पूर्ण समर्पित होकर बाल कल्याण का कार्य कर रहे हैं हमारे जिले के जिला उपायुक्त के दिशा निर्देश में जिला बच्चों के कार्य के लिए बेहतरीन कार्य कर रहा है और हमें उसका अनुभव प्राप्त हो रहा है आज दर्जनों स्कूलों के प्रधानाचार्य से मिलकर बच्चों को उन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।