नूंह, 16 नवंबर : अतिरिक्त उपायुक्त डा. सुभिता ढाका ने कहा कि शिक्षक व अभिभावक बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें और उनका हौसला बढ़ाएं। प्रतियोगिताओं में भाग लेने से न केवल बच्चों का मनोबल बढ़ता है बल्कि उनकी प्रतिभा में भी और निखार आता है। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उनका सर्वांगीण विकास करने के लिए अभिभावकों, अध्यापकों, संस्थाओं व अन्य लोगों को अपना सहयोग व योगदान करना चाहिए ताकि वे पढ़ लिख कर सभ्य नागरिक बन सकें और देश व समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकें।
मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त डा. सुभिता ढाका जिला बाल कल्याण परिषद के तत्वावधान में राजकीय महिला महाविद्यालय सालाहेड़ी में आयोजित जिला स्तरीय सांस्कृतिक एवं पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रही थी। उन्होंने कहा कि मेवात में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है गायन डांसिंग,प्रतिभाए विरासत में मिली है। उन्होंने बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि यहां के बच्चें शिक्षा, खेल जगत में उन्नती करें व देश व समाज का नाम ऊंचा करें। अतिरिक्त उपायुक्त ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में अव्वल रहने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। बाल दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ने बच्चों से आग्रह किया कि वे अपना लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्राप्ति के लिए अपनी पूरी मेहनत व लग्र कार्य करें और मोबाइल से दूर रह कर अच्छी पुस्तकें पढने में रूचि लगाए। उन्होंने कहा कि बच्चे पूरे अनुशासन में रह कर लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं, यदि ठान ले तो कोई भी लक्ष्य प्राप्ति असंभव नहीं है।
उन्होंने जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा बच्चों के विकास के लिए किये जा रहे प्रयासों व गतिविधियों की भी सराहना की। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम की भूरी भूरी प्रशंसा की। सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने दर्शकों को भाव विभोर कर जमकर तालियां बटोरी। इससे पूर्व अतिरिक्त उपायुक्त डा. सुभिता ढाका ने सरस्वती मां के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में अड़बर स्कूल के छात्र मौहम्मद मुजाहिद द्वारा नशा पर प्रस्तुत रागनी,” दारु दुश्मन है मानस की न पीनी प्यानी चाहिए, करें शरीर का नाश आदमी ने अक्कल आनी चाहिए ने नशा पर अच्छा संदेश दिया व खूब तालियां बटोरी। उजीना स्कूल की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत ” आज गर्भ में चीख रही बेटी हिन्दुस्तान की मतना मारे मेरी मैय्यढ बात करु तेरी शान;; की प्रस्तुती ने दर्शकों को मन मोह लिया। कार्यक्रम में रंग बिरंगी पौशाक में बच्चों ने अनेकता में एकता का संदेश दिया। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त डा. सुभिता ढाका ने अव्वल रहने वाले बच्चों को प्रथम श्रेणी में 500 रुपए, द्वितीय में 350 रुपए, तृतीय में 250 रुपए तथा 65 बच्चों को सांत्वना पुरस्कार के रुप में 150 रुपए नगद दिए। उन्होंने कहा कि जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष एवं उपायुक्त कैप्टन शक्ति ङ्क्षसह के निर्देशानुसार नगद पुरस्कार बच्चों को दिए गए है। कैप्टन शक्ति सिंह के मार्गदर्शन में जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा 13 से 17 अक्तूबर के बीच बाल महोत्सव का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में अव्वल रहने वाले 374 बच्चों को आज नगद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मंडल बाल कल्याण अधिकारी कुष्वेन्द्र यादव, जिला बाल कल्याण अधिकारी कमलेश शास्त्री, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी अब्दुल रहमान, जिला परियोजना अधिकारी नरेंद्र यादव कालेज के प्रोफ़ेसर अशोक कटारिया, जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव महेश गुप्ता, कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन कर रहे जिला राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक अशरफ मेवाती, सरदार जीएस मलिक,प्रिन्सिपल विजय अरोडा, फरियाद मोहम्मद, मौहम्मद अली मनबीर, मीना ठाकुर, विभिन्न स्कूलों के प्राध्यापकों ,अध्यापकों सहित स्कूल के बच्चें व गणमान्य लोग उपस्थित रहें।