Sirsa News : साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा की बागडोर राम रहीम का बेटा जसमीत सिंह संभालेगा। सूत्रों की माने तो डेरा प्रबंधन ने इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी है। डेरे की गद्दी की बागडोर को संभालने के लिए राम रहीम और उसकी मां नसीब कौर में कई बार बातचीत हो चुकी है और दोनों ने ही जसमीत सिंह को डेरे की बागडोर देने के लिए अपनी सहमति जताई है।
वहीं दूसरी ओर डेरा विरोधी जसमीत सिंह को डेरे की बागडोर देने का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि डेरे में पिछले काफी समय से गैर कानूनी काम होते थे जिसके चलते हरियाणा को काफी नुकसान पंहुचा हैं, ऐसे में दोबारा से डेरे की बागडोर किसी को भी नहीं सौंपनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर डेरे की बागडोर किसी सौंपी जाती है तो ये सीधा सीधा पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है।
आपको बता दें कि गुरमीत राम रहीम का बेटा जसमीत इंसा अप्रत्यक्ष रूप से डेरे की व्यवस्था संभालने लगा है। उसने तीन बार डेरे में संगत भी बुलाई। पुराने डेरे में नामचर्चा करने के लिए आने वाले लोग संगत में पहुंचे थे।
उधर, बेटा बाबा के केस को हाईकोर्ट में चैलेंज करने के लिए दिल्ली में वकीलों से मुलाकात भी कर चुका है। जल्द ही यौन शोषण के मामले में सजा के खिलाफ अपील दायर की जाएगी। जसमीत सिंह डेरा के एमएसजी ब्रांड का संचालक है, साथ ही जसमीत सिंह डेरे की क्रिकेट अकादमी का अध्यक्ष भी है।
कौन है जसमीत?
जसमीत सिंह का जन्म 1984 में सिरसा में हुआ। जसमीत का विवाह पंजाब के बठिंडा के पूर्व विधायक हरमिंद्र सिंह जस्सी की बेटी हुसनप्रीत कौर इंसां के साथ हुआ था। जसमीत सिंह के दो बेटियां है।
‘डेरे से दूर रहे अनुयायी’
अधिवक्ता लेख राज ढोट ने कहा कि जिस डेरा ने कानून की धज्जियां उड़ाते हुए हरियाणा, पंजाब और दिल्ली को आग के हवाले किया अगर डेरा दोबारा से खुलता है तो देश के अनेक जगहों पर डेरा प्रेमी दोबारा से आगजनी की घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। उन्होंने डेरा प्रेमियों से आग्रह किया है कि राम रहीम का असली चेहरा सबके सामने आ गया है इसलिए डेरे के अनुयायी भी डेरे से दूर रहें।