विश्व तंबाकू दिवस पर बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता किट वितरित की, नशे से दूर होने के लिए जागरूक किया

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Nuh News, 31 may 2021 : आज देश के एक तिहाई से अधिक लोग तम्बाकू का सेवन पीने, चबाने अथवा अन्य रूप में जो की सामान्य स्वास्थ्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है तथा तंबाकू सेवन से दिल की बीमारी का खतरा चार गुना अधिक बढ़ जाता है। कमलेश शास्त्री जिला बाल कल्याण अधिकारी ने कहा कि इस दिन की शुरूआत15 मई 1987 को वर्ल्ड हेल्थ असेंबली ने विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के लिए 7 अप्रैल 1985 को विश्व स्वास्थ्य संगठन की इकतालीसवीं वर्षगांठ के अवसर पर एक प्रस्ताव पारित किया। विश्व भर में तम्बाकू का सेवन बढ़ता ही जा रहा है। सबसे व्यथित करने वाला तथ्य यह है कि धूम्रपान करने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण के चपेट में आसानी से आ रहे हैं इसके अतिरिक्त धूम्रपान करने वाला व्यक्ति पहले ही कमजोर फेंफड़ों या फेंफड़े के रोगों का शिकार होता है जो कि उनमें गंभीर बीमारी के खतरे को और बढ़ा देता है। आज देश के एक तिहाई से अधिक लोग तम्बाकू का सेवन पीने, चबाने अथवा अन्य रूप में करते हैं जो की सामान्य स्वास्थ्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है तथा तंबाकू सेवन से दिल की बीमारी का खतरा चार गुना अधिक बढ़ जाता है। विश्व भर में तम्बाकू का सेवन बढ़ता ही जा रहा है। सबसे व्यथित करने वाला तथ्य यह है कि धूम्रपान करने वाले कोरोना वायरस के संक्रमण के चपेट में आसानी से आ रहे हैं इसके अतिरिक्त धूम्रपान करने वाला व्यक्ति पहले ही कमजोर फेंफड़ों या फेंफड़े के रोगों का शिकार होता है जो कि उनमें गंभीर बीमारी के खतरे को और बढ़ा देता है। तम्बाकू के सेवन और धूम्रपान से रक्त कैंसर, पित्त कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, मलाशय कैंसर, ग्रासनली कैंसर, किडनी और मूत्राशय कैंसर, गले, फेंफड़े, मुंह का कैंसर, अग्नाशय, आमाशय, श्वास नली के कैंसर आदि की संभावना बढ़ जाती है। हृदय रोग की समस्याओं से होने वाली हर चार में से एक मृत्यु तम्बाकू सेवन करने वाले लोगों की होती है। धूम्रपान से चर्बी, वसा व लिपिड रक्त में बढ़ जाते हैं व एचडीएल कोलेस्ट्रॉल कम हो जाते हैं।अब समय आ गया है कि हम अपने परिवार के सदस्यों, विद्यालय के छात्र छात्राओं, अध्यापकों, बंधुओं और सह कर्मियों में इन तम्बाकू उत्पादों की स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने वाले तथ्यों को खुलकर बताएं और चर्चा करें, जिससे हमारे युवा पीढ़ी के भविष्य की रक्षा हो सके क्योंकि युवाओं को आकर्षित करने के लिए तंबाकू और निकोटिन उत्पादों के विभिन्न प्रकारों बबल गम और कॉटन कैंडी के अंदर तम्बाकू को भरकर बेचा जा रहा है, जिनकी आड़ में स्वास्थ्य की हानि और भयंकर श्वास एवं फेफड़ों से संबंधित रोगों को छुपाने की चेष्टा की जाती है। इस वर्ष की थीम विषय – तंबाकू छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध होना। धूम्रपान करने वालों में से अधिकांश लोग इस आदत की शुरुआत करते हैं जब वे युवा होते हैं, इसलिए उन्हें धूम्रपान और तंबाकू से दूर रखना महत्वपूर्ण हो जाता है। कोरोना काल में तंबाकू की लत छोड़ने की अपील की तथा कहा अब विद्यालय एवं कॉलेज के आस पास कोई तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर सरकार द्वारा चालान कर जुर्माने का प्रावधान लागू कर दिया हैं।धूम्रपान से चर्बी, वसा व लिपिड रक्त में बढ़ जाते हैं व एचडीएल कोलेस्ट्रॉल कम हो जाते हैं। बाल कल्याण समिति के चेयरमैन श्री राजेश छोक्कर ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम अपने परिवार के सदस्यों, विद्यालय के छात्र छात्राओं, अध्यापकों, बंधुओं और सह कर्मियों में इन तम्बाकू उत्पादों की स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने वाले तथ्यों को खुलकर बताएं और चर्चा करें, जिससे हमारे युवा पीढ़ी के भविष्य की रक्षा हो सके क्योंकि युवाओं को आकर्षित करने के लिए तंबाकू और निकोटिन उत्पादों के विभिन्न प्रकारों बबल गम और कॉटन कैंडी के अंदर तम्बाकू को भरकर बेचा जा रहा है, जिनकी आड़ में स्वास्थ्य की हानि और भयंकर श्वास एवं फेफड़ों से संबंधित रोगों को छुपाने की चेष्टा की जाती है। इस वर्ष की थीम विषय – तंबाकू छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध होना।

कमलेश शास्त्री जिला बाल कल्याण अधिकारी ने कहा कि धूम्रपान करने वालों में से अधिकांश लोग इस आदत की शुरुआत करते हैं जब वे युवा होते हैं, इसलिए उन्हें धूम्रपान और तंबाकू से दूर रखना महत्वपूर्ण हैं। कोरोना काल में तंबाकू की लत छोड़ने की अपील की तथा कहा अब विद्यालय एवं कॉलेज के आस पास कोई तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर सरकार द्वारा चालान कर जुर्माने का प्रावधान लागू कर दिया हैं। इस दौरान सभी बच्चों का विशेष रूप से अभिनंदन किया। इस अवसर पर डे केयर सेंटर की अध्यापिका ज्योति एवं सांयकालीन स्कूल की अध्यापिका आशा इत्यादि मौजूद थे

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