Chandigarh News, 09 June 2020 : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं एवं विभिन्न प्रकार की सेवाओं का लाभ आम जनमानस तक पहुंचे, इसके लिए अधिकारियों को फील्ड में उतरकर कार्य करना चाहिए। यह अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे सरकार द्वारा जनता को दी जा रही विभिन्न सेवाओं व योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज रतिया में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिला में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना पर नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा अपनाई गई रणनीति पर अधिकारियों को शाबासी एवं जिलाधिकारियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के कारण नेता एवं अधिकारी फील्ड में नहीं जा सके। लेकिन अब लॉकडाउन की बंदिशें हटने के बाद अधिकारी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए एवं अन्य जरूरी गाइडलाइन का पालन करते हुए फील्ड में जाएं और जनता की समस्याओं को सुनकर प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण खासतौर पर गरीब लोगों की मजदूरी एवं रोजगार पर प्रतिकूल असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए काफी छूट दी गई हैं।
उन्होंने कहा कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य, बिजली, पानी, यातायात तथा अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए। मुख्यमंत्री ने रतिया में नशा मुक्ति केंद्र खोलने बारे स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सिंचाई विभाग को पानी चोरी पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में बताया गया कि जिला में अब तक कोरोना के 44 केस आए हैं जिनमें से 15 मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं। शेष मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिए जिला में 1.82 लाख घरों का सर्वे करवाया गया है और इसके लिए जिला में कंट्रोल रूम व कोविड सेंटर बनाए गए हैं। आमजन को जागरूक करने व मदद पहुंचाने के लिए मोबाइल वैन भी लगाई गई है। अन्य देशों से आने वाले 302 व्यक्तियों की शत-प्रतिशत चेकिंग करवाई गई, जिनमें से 2 पोजिटिव पाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, खेती व अन्य कार्यों में लगे 5500 इच्छुक श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भिजवाया गया है।