ईआरए एक वरदान के रूप में सामने आया है : डा. पूजा धीर भयाना

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Hisar News, 11 Dec 2018 : डाबडा रोड आईटीआई के समीप नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी कसल्टेंट डा. पूजा धीर भयाना द्वारा हिसार में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। डॉ. पूजा धीर भयाना ने में कहा कि, अनेक बार आईवीएफ विफलता के दौर से गुजरने के बाद इलाज कराने वाले दंपती पर शारीरिक और भावनात्मक असर हो सकता है। हालांकि आईवीएफ विफलता के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन एक बडा कारण यह हो सकता है कि भ्रुण को सही समय पर स्थानांतरित नहीं किया गया। ईआरए भ्रुण के प्रत्यारोपण के लिए सही समय का निदान करने में मदद करता है। इससे अनेक आईवीएफ विफ लताओं की आशंका भी कम हो जाती है और इस प्रकार महिलाओं में गर्भपात और इससे जुड़े स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों का खतरा भी कम हो जाता है। इस तरह के मामलों में ईआरए एक वरदान के रूप में सामने आया है और इसने कई लोगों के सपनों को पूरा कर दिखाया है। एंडोमेट्रियम तब ग्रहणशील होता है, जब वह भ्रुण प्रत्यारोपण के लिए तैयार होता है। यह एक जनन सक्षम महिला के प्रत्येक मासिक धर्म चक्र में लगभग 19 -21 दिनों के आसपास होता है। ग्रहणशीलता की इस अवधि को विंडो ऑफम्प्लांटेशन के रूप में जाना जाता है। अगर ग्रहणशील स्थिति नहीं है, तो विंडो ऑफम्प्लांटेशन एक विस्थापित खिड़की का संकेत दे सकती है। एंडोमेट्रियल रिसेप्टीविटी के निदान ने एक चुनौती प्रस्तुत की है और अब तक के सबसे अधिक उपलब्ध परीक्षण व्यक्ति परक हैं, इनमें सटीकता और पूर्वानुमान की कमी है। मरीजों में ईआरए परीक्षण का उपयोग प्रजनन क्षमता में सुधार करता है और बार-बार प्रत्यारोपण विफ लता को झेलने वाले मरीजों में एक सफ ल गर्भधारण की संभावनाएं जगाता है। डॉ पूजा ने आगे कहा, प्रत्यारोपण के लिए तैयार भ्रुण और एंडोमेट्रियल ग्रहणशीलता में तालमेल की कमी के कारण रेकरिंग इम्प्लांटेशन फेल्योर आरआईएफ के मामले सामने आते हैं। डा. पूजा ने बताया कि यही कारण है कि भु्रण ट्रांसफर के लिए सर्वाधिक उचित दिन निर्धारित करने के लिए एंडोमेट्रियम का आकलन करना बहुत जरूरी है। परीक्षण उन रोगियों पर किया जाता हैए जिन्हें बेहतर मोर्फोलॉजिकल क्वालिटी के एम्ब्रियो के बावजूद आरआईएफ का सामना करना पडता है। नीतू 35 और अंगद 38 की शादी को 8 साल गुजर चुके हैं और वे पिछले 5 सालों से माता-पिता बनने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें आईवीएफ के कई चक्रों से गुजारा गयाए लेकिन सभी विफल रहे। अनेक विफलताओं के बाद इस जोड़े ने अंततरू बेहतर परिणामों के लिए एन्डोमेट्रियल रिसेप्टिविटी आरे ईआरए परीक्षण से गुजरने का फैसला किया। नतीजा यह है कि आज यह जोड़ा 5 महीने के हंसते-खेलते बच्चे के खुशहाल माता-पिता हैं।

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