Chanhdigarh News : हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने डा.एस.एस. बंसल द्वारा रचित पुस्तक ‘आल यू नीड टू नो अबाऊट हार्ट’ का राजभवन चण्डीगढ में विमोचन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल जी भी उपस्थित थे।
राज्यपाल महोदय कप्तान सिंह सोलंकी ने डा. बंसल को बधाई देते हुए कहा कि उनकी लिखी पुस्तक हृदय रोग और उसके उपचार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देती है। उन्होंने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि डा. बंसल का प्रयास महत्वपूर्ण कदम है जिसके द्वारा हम समाज से घातक बीमारियों का बोझ कम कर सकते है। उन्होंने बहुत सहज भाव से डा. बंसल के लिए कहाँ की ‘तुमसा नही देखा’।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि चिकित्सा जगत के विख्यात डा. बंसल ने अपने पेशे में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ-साथ अपनी काबिलियत को इस रचना के माध्यम से संकलित कर समाज को जागरूक करने का काम किया है।
पुस्तक विमोचन समारोह में उपस्थित अन्य गणमान्य हस्तियाँ में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राजेश खुल्लर, के.के जलान, डा. राकेश गुप्ता, मैडम विनी, श्री दीनकर, आन्नद मोहन सरन, सुधीर राजपाल, प्रबोध सक्सेना, समीर पाल सरो, अमित, राकेश, श्विकास गुप्ता, पंकज अग्रवाल, दिनेश रघुवंशी और निदेशक हरियाणा साहित्य अकादमी कुमुद बंसल जी मौजूद रहे।
यह पुस्तक हृद्य रोग से सम्बन्धित है तथा काफी सरल भाषा में डा. बंसल ने इस किताब में हृदय रोग के लक्षण, रोकथाम, इलाज के तरीके विस्तारपूर्वक लिखे है तथा बीमारी के साथ भी किस प्रकार सम्पूर्णता के साथ स्वस्थ रहा जा सकता है का बखूबी व्याख्यान किया है। जिस तेजी से भारतवर्ष हृदयरोगियों की राजधानी बनता जा रहा है तथा प्रतिदिन कई लोग जानकारी के अभाव में असामयिक मृत्यु का शिकार हो जाते है, एक बेहद उपयोगी मुद्दा है। सभी लोगों को इस रोग के बारे में जानकारी होनी चाहिये। इस आशय से इस पुस्तक की रचना की गई है।
डा. एस.एस. बंसल ने हरियाणा राज्य में पहला हृदयरोग अस्पताल सन् 2002 में फरीदाबाद में शुरू किया था। उन्होंने एन्जियोप्लास्टी, पेसमेकर, बाईपास जैसे कई महत्वपूर्ण आपरेशन फरीदाबाद में पहली बार शुरू किये थे।
डा. बंसल ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से वह आम आदमी तक यह बात पहुँचाना चाहते है कि रोजमर्रा की जिन्दगी में एवं अपने खान-पान के ढंग में कुछ परिवर्तन ले आये तो हृदय रोगों से बचाव सम्भव है।
इसी अवसर पर श्रीमति शारदा मित्तल द्वारा रचित दोहा संग्रह ‘‘मनवा भयो फ़क़ीर’’ पुस्तक का विमोचन भी किया गया। श्रीमति शारदा मित्तल एक श्रेष्ठ रचनाकार के रूप में अपने आप को पहले ही प्रतिष्ठित कर चुकी है। मानवीय संवेदनाओ, रिश्तो की अहमियत, इन्सानियत तथा आपसी व्यवहार के विषय मे लिखने वाली इन कवियत्री ने बेहतरीन कविताऐं व छंद समाज को दिये है।
श्री खुल्लर ने डा. बंसल के प्रयासो की सराहना करते हुए कहा कि डा. बंसल और उनकी बहन श्रीमति मित्तल बहुमुखी प्रतिभा के धनी है और हमारे समाज को ऐसे ही लोगों से प्ररेणा मिलती है।
श्री राकेश ने सभी गणमान्य व्यक्तियों का उनके बहुमूल्य समय और समर्थन प्रदान करने के लिए आभार प्रकट किया।