Jhajjar News : हरियाणा पुलिस को बदनाम करने वाला एक और वाकया सामने आया है। वाकया यह है कि, झज्जर पुलिस कर्मियों ने एक बुजुर्ग दंपत्ति को बेरहमी से पीट-पीट कर लहुलुहान कर दिया। इस बुजुर्ग दंपति का कसूर सिर्फ इतना था कि ये अनुसूचित जाति के हैं और ये बिना अनुमति के पुलिस चौकी लगी सार्वजनिक कुर्सियों पर बैठ गए। फिलहाल पीड़ितों की शिकायत पर जिला न्यालय ने सात पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए है।
दरअसल, 26 अक्तूबर को गांव दुजाना के बुजुर्ग दम्पति अपने पड़ोसी से लड़ाई-झगड़े के मामले को लेकर दुजाना चौकी में शिकायत दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे। उस वक्त चौकी प्रभारी पवनवीर वहां पर मौजूद नहीं थे, जिनके इंतजार में वे चौकी में रखी खाली कुर्सियों पर बैठ गए। कुछ देर बाद जब चौकी प्रभारी पवनवीर अपनी टीम के साथ चौकी में पहुंचे।
चौकी प्रभारी ने पीड़ितों से शिकायत के बारे पूछा और साथ उनकी जाति भी पूछी। पीड़ितों का आरोप है कि, चौकी प्रभारी पवनवीर को जैसे ही पता चला कि दंपति अनुसूचित जाति की है तो थाना प्रभारी ने उनके साथ बदतमीजी करना शुरु कर दी और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उनकी जमक पिटाई कर दी। जिसमें बुजुर्ग महिला के शरीर पर काफी चोटें आई हैं।
पुलिस की पिटाई की शिकायत लेकर यह दंपति एक महीने से लगातार अधिकारियों को चक्कर काट रहा है। लेकिन इनकी फरियाद न तो डीएसपी सुनी और न ही डीएसपी ने कोई कार्रवाई की। जिसके बाद पीड़ित दम्पति ने न्यायलय का सहारा लिया। जिसके बाद न्यायालय ने तुरंत प्रभाव से चौकी प्रभारी पवनवीर सहित सात पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं, फिलाहल पुलिस की तरफ से इस मामले में कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।