Karnal News, 18 Feb 2019 : होंडा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्रा लिमिटेड ने करनाल में अपने राष्ट्रव्यापी सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन शहर के टैगोर बाल निकेतन सीनियर सैकण्डरी स्कूल में किया गया।
इसी साल जनवरी में शुरू हुआ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान होण्डा की अनूठी सीएसआर प्रतिबद्धता है, जिसके ज़रिए स्कूल और कॉलेज के छात्रों को सड़क सुरक्षा की अच्छी आदतों और सड़क पर शिष्टाचार के बारे में शिक्षित किया जा रहा है। अब तक होण्डा 15 शहरों के 17 स्कूलों में 28000 से अधिक छात्रों को शिक्षित कर चुकी है। हर महीने विभिन्न शहरों के 10 स्कूलों में 15000 बच्चों और व्यस्कों को सड़क सुरक्षा पर शिक्षित करना इस अभियान का उद्देश्य है।
टैगोर बाल निकेतन सीनियर सैकण्डरी स्कूल में होण्डा 2 व्हीलर्स के 3 दिवसीय कार्यक्रम ने ‘हर किसी की सुरक्षा’ के नारे के तहत 2100 से अधिक बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाया।
इस पहल के बारे में बात करते हुए श्री प्रभु नागराज-वाईस प्रेज़ीडेन्ट, ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्रा लिमिटेड ने कहा, ”भारत में हर साल 1.47 लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा देते हैं। एक जि़म्मेदार दोपहिया निर्माता होने के नाते, होण्डा सड़क सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान के माध्यम से हम बच्चों को कम उम्र में ही सड़क सुरक्षा पर संवेदनशील बनाना चाहते हैं ताकि वे आगे चलकर जि़म्मेदार राइडर बने और सुरक्षा के नियमों को ध्यान में रखते हुए सड़क का इस्तेमाल करें।
बच्चों को रोमांचक तरीकों से सड़क सुरक्षा के गंभीर मुद्दे पर शिक्षित करने के लिए होण्डा ने हर आयु वर्ग- यहां तक कि 4 साल तक के छोटे बच्चों के लिए रोचक गतिविधियों का आयोजन किया:
• 4-5 साल के बच्चों को तस्वीरों और कॉमिक्स के माध्यम से बताया गया कि उन्हें सड़क पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
• होण्डा के विशेष रूप से प्रशिक्षित सड़क सुरक्षा इन्स्ट्रक्टर्स ने बच्चों को बताया कि स्कूल बस में सवारी के दौरान और साइकल चलाते समय उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
• 9-12 वर्ष बच्चों को बताया गया कि साइकल चलाते समय, दोपहिया वाहन के पीछे बैठ कर सवारी करते समय उन्हें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए और सड़क पर कौन से सुरक्षा गियर इस्तेमाल करने चाहिए। विशेष रूप से आयात की गई सीआरएफ 50 मोटरसाइकलों पर बेहद रोचक तरीकों से दोपहिया वाहनों और सुरक्षित राइडिंग के बारे में जानकारी दी गई।
• 13-17 साल के बच्चों एवं अध्यापकों के लिए सुरक्षित राइडिंग पर आधारित थ्योरी सेशन्स भी आयोजित किए गए।
• 16 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए होण्डा के प्रशिक्षित सुरक्षा इन्स्ट्रक्टर्स के मार्गदर्शन में विशेष राइडर टेऊनिंग गतिविधि का आयोजन किया गया।
• इसके अलावा होण्डा ने प्रतिभागियों को रोचक तरीके से सुरक्षा नियमों के बारे में जानकारी देने के लिए सड़क सुरक्षा गेम्स और क्विज़ आदि का भी आयोजन किया।