Chandigarh News : डेरा प्रमुख राम रहीम की खास राजदार की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती हैं। डेरा सिरसा में सर्च में मिले 2 लैपटॉप को बोरों में बंद कर दिया गया था। डेरे में सर्च अभियान से पहले सारा डाटा डिलीट कर दिया गया था जिसे मधुबन साइबर क्राइम की टीमें अध्ययन कर डाटा रिकवर करने में लगी हैं। पुलिस इनकी फाइल्स रिकवर कर राज जानने में लगी है। हनीप्रीत के तीन बैगों में जरूरी दस्तावेज व राम रहीम की 10 फर्मों के अलावा बेनामी कंपनियों के काले धंधों की सूची है। इसके साथ ही राम रहीम की कम्पनियों, उनके निदेशकों व संचालकों पर भी पुलिस व ई.डी.का शिकंजा कसना स्वाभाविक है।
पुलिस राडार पर यह चर्चित फर्में हैं
-पॉश रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
-सत फ्रट्स एंड रेफेर प्राइवेट लिमिटेड
-सच लाइफ लाइन एंटरटेनमैंट प्राइवेट लिमिटेड
-एम.एस.जी. आल ट्रेडिंग इंटरनैशनल प्राइवेट लिमिटेड
-हकीकत एंटरटेनमैंट प्राइवेट लिमिटेड
-एम.एस.जी. इलैक्ट्रिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड
-एम.एस.जी. मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड
-मास्टर शिनिंग ग्रेट (एम.एस.जी.) प्राइवेट लिमिटेड
-एम.एस.जी. ऑटोमोबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड
-777 इंटरमीडिएट मीडिया सर्विस प्राइवेट लिमिटेड
विपासना बन सकती है डेरा की उत्तराधिकारी!
डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इन्सां (35) को उनके अगले उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है, वहीं डेरा समर्थकों की सहानुभूति व गुरमीत सिंह के परिवार का भी विपासना के पक्ष में समर्थन है। पंचकूला हिंसा मामले में विपासना के खिलाफ पुलिस के हाथ भी कोई ठोस सबूत नहीं लगे हैं जिसके चलते पुलिस उसे गिरफ्तार करने में हिचकिचा रही है। बता दें कि विपासना इन्सां आश्रम की एक साध्वी है और उन्हें गुरु ब्रह्मचारी विपासना के नाम से जाना जाता है।