आईसीआईसीआई बैंक ने पानीपत में आयोजित किया एमएसएमई कॉन्क्लेव

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Panipat News, 25 Sep 2018 : देश के निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंक आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने कल शहर में एमएसएमई के लिए एक स मेलन का आयोजन किया। बैंक द्वारा एमएसएमई उद्योग (माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यम) तक पहुंचने के लिए शुरू की गई देशव्यापी श्रृंखला के सिलसिले में आयोजित यह दूसरी ऐसी बैठक है। स मेलन का उद्देश्य एमएसएमई के लिए कारोबार करने में आसानी लाने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था में उभरते अवसरों और डिजिटल बैंकिंग की भूमिका पर चर्चा करना है।
‘पानीपत एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन’, ‘हैंडलूम एक्सपोर्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन, पानीपत’ और ‘कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल’ जैसे प्रमुख उद्योग संघों के सहयोग से आयोजित इस कॉन्क्लेव में हैंडलूम और वस्त्र के साथ होम फर्निशिंग और होम डेकोर जैसे निर्यात उन्मुख उद्योगों से जुडे 200 से अधिक प्रमुख प्रमोटरों और सीएफओ की भागीदारी देखी गई।
आईसीआईसीआई बैंक के सीनियर जनरल मैनेजर और रिटेल बिजनैस हैड श्री कुमार आशीष ने कहा, ”आईसीआईसीआई बैंक में हम सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के समावेशी विकास का महत्व समझते हैं और हम यह भी मानते हैं कि एमएसएमई आज हमारे देश की अर्थव्यवस्था के लिए मेरूदंड का काम करते हैं, इसीलिए हमारा हमेशा यह प्रयास रहा है कि ऐसे उद्योगों को बढावा दिया जाए। हमारा ध्यान लगातार एमएसएमई उद्योग के लिए अभिनव विदेशी मुद्रा और डिजिटल समाधान प्रदान करने पर है जो बदले में उन्हें व्यवसाय करने में आसानी और व्यावसायिक विस्तार के लिए अधिक अवसरों की पेशकश करता है। पानीपत में एसएमई कॉन्क्लेव एमएसएमई उद्यमों की सभी व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने वाले समाधानों की पेशकश से संबंधित हमारे प्रयासों को ही रेखांकित करता है। हम इंडस्ट्री के अग्रणी लोगों के साथ संवाद कायम करने हमारी डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को हाईलाइट करते हुए प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। हमारी डिजिटल बैंकिंग सेवाएं न सिर्फ अभिनव हैं, बल्कि सबसे तेज गति से काम करते हुए अपने ग्राहकों को उच्चतम स्तर की सुविधा प्रदान करती हैं।”
कॉन्क्लेव के दौरान पैनल डिस्कशन भी आयोजित किया गया, जिसमें आईसीआईसीआई बैंक के टॉप एक्जीक्यूटिव्स समेत उद्योग संघों के विशेषज्ञों और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों ने भी हिस्सा लिया। पैनल डिस्कशन में मु य तौर पर जिन विषयों पर चर्चा की गई, उनमें एमएसएमई के समक्ष मौजूद चुनौतियां और संभावनाएं, फॉरेक्स मार्केट का भविष्य और एमएसएमई से संबंधित डिजिटल प्लेटफॉर्मों की आवश्यकता इत्यादि प्रमुख हैं।
पैनल चर्चा में शामिल लोगों में आईसीआईसीआई बैंक के अधिकारियों के साथ शहर के उद्योग संघों के प्रतिनिधि भी थे, जिनमें श्री रमेश वर्मा- निदेशक, डायमंड एक्सपोर्ट्स; कैप्टन वी एस जगलान – मैनेजिंग पार्टनर, हेरिटेज ओवरसीज; श्री ललित गोयल- प्रेसीडेंट, रिवेरा होम फर्निशिंग प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
इस अवसर पर बैंक के अधिकारियों ने डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं की अपनी विस्तृत श्रृंखला भी प्रदर्शित की, जिसे एमएसएमई सेगमेंट के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। आईसीआईसीआई बैंक देश का पहला ऐसा बैंक है, जिसने एमएसएमई के लिए डिजिटल नवाचारों की एक बड़ी शुरुआत की है, जो उन्हें शुरूआत से लेकर आखिर तक अत्याधुनिक डिजिटल सुविधाएं प्रदान करता है।
एमएसएमई के लिए प्रमुख प्रोडक्ट्स और सेवाएं:-
कुछ ही घंटों के भीतर चालू खाते की डिजिटल ओपनिंग: चालू खातों को खोलने के लिए भारत का पहला डिजिटल एप्लिकेशन फॉर्म, जो टैबलेट और स्मार्टफोन का उपयोग करके कुछ घंटों में खाता खोलने में सक्षम बनाता है। इस सुविधा के जरिए खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान हो जाती है, क्योंकि यह ग्राहक और कारोबार के बारे में जानकारी को डिजिटल रूप से कैप्चर करती है और ग्राहक के आधार पर, सुविधाजनक और सुरक्षित तरीके से केवाईसी दस्तावेजों को वास्तविक समय में सत्यापित करती है।
आयात-निर्यात संबंधी लेन-देन के लिए पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म: बैंक ने एक पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘ट्रेड ऑनलाइन’ पेश किया है, जो एमएसएमई को शाखा में गए बिना ही अपने ज्यादातर निर्यात-आयात लेनदेन को पूरी तरह से ऑनलाइन करने में सक्षम बनाता है। इसके अतिरिक्त, बैंक ने एक ऑनलाइन इनवार्ड सैटलमेंट सुविधा शुरू की है जिसका उपयोग करते हुए निर्यातक/आयातक बैंक के इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफार्म से अपने आवक प्रेषण प्राप्त करने के लिए निर्देश दे सकते हैं।
ग्राहकों से भुगतान एकत्र करने के लिए मोबाइल ऐप: कारोबारियों, पेशेवर लोगों और व्यापारियों के लिए बैंक ने ‘ईजीपे’ पेश किया है- देश का पहला मोबाइल ऐप, जो उन्हें अनेक डिजिटल तरीकों के माध्यम से भुगतान स्वीकार करने में सक्षम बनाता है।
कनेक्टेड बैंकिंग: आईसीआईसीआई बैंक ने एमएसएमई के लिए ‘कनेक्टेड बैंकिंग’ की अवधारणा को लागू करने के लिएए कई ईआरपी सेवा प्रदाताओं के साथ साझेदारी की है। ये साझेदारी को-क्रिएटिंग सॉल्यूशंस से संबंधित बैंक के प्रयासों को दोहराती हैं, जो एक मंच पर बैंकिंग, लेखा और समाधान जैसी सेवाओं को जोड़ती हैं।
त्वरित कामकाजी पूंजीगत सुविधाएं: बैंक ने हाल ही में कई नवीन सेवाओं की शुरुआत की है जैसे एमएसएमई ग्राहकों के लिए 15 लाख रुपए तक की इंस्टेंट ओवरड्रा ट सुविधा, साथ ही जीएसटी रिटर्न के आधार पर बिजनेस लोन। ये सभी प्रस्ताव विशेष रूप से एमएसएमई ग्राहकों को अपनी कार्यशील पूंजी संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किए गए हैं।
इस आयोजन के दौरान बैंक की तकनीकी सुविधाएं जैसे 24*7 नकदी स्वीकार करने वाली मशीनें और कैश मैनेजमेंट सॉल्यूशंस पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
हरियाणा में आईसीआईसीआई बैंक की 211 शाखाएं और 575 एटीएम कार्यरत हैं और साथ ही 800 से अधिक टच पॉइंट्स के साथ बैंक का रिटेल नेटवर्क अत्यंत व्यापक हो जाता है।

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