मॉरिशस की धरा पर मनाया जाएगा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव : सोलंकी

0
1418
Spread the love
Spread the love
Kurukshetra News : हरियाणा एवं हिमाचल के राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से मॉरिशस की धरा पर पहले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाए और पवित्र गं्रथ गीता का संदेश पूरी दुनिया तक पहुंचाया जाए। इसके लिए केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर योजना पर काम कर रही है।
राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी बुधवार को देर सायं मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर के सभागार में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर बोल रहे थे। इससे पहले राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी, हरियाणा की नगर निकाय मंत्री कविता जैन, मॉरिशस के भारत में उच्चायुक्त जे गोवर्धन, विधायक सुभाष सुधा, राज्यपाल के सचिव डा. अमित अग्रवाल, उपायुक्त डा. एसएस फुलिया, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डा. कैलाश चंद्र शर्मा, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ केडीबी पूज चांवरिया ने दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से केडीबी स्वर्ण जयंती समारोह का शुभारम्भ किया। इस दौरान राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी व सभी मेहमानों ने केडीबी के वृतचित्र और केडीबी एंथम का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने केडीबी के 50 वर्षो के स्वर्णीम सफर के साथ जुड़े सदस्य सचिव, सीईओ केडीबी व अन्य अधिकारियों व गणमान्य लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
राज्यपाल ने केडीबी के स्वर्ण जयंती समारोह पर प्रदेश वासियों को बधाई देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा को सांसद व राजनैतिक रुप से अधिक जानते थे, लेकिन कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के गठन और विकास के प्रति समर्पण भाव को देखने का मौका केडीबी के वृतचित्र से मिला। उन्होंने समर्पण भाव से कुरुक्षेत्र के तीर्थो का विकास करने का काम किया। इससे स्पष्ट होता है कि पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा राजनैतिक कम और भारतीय संस्कृति को समर्पित व्यक्तित्व थे। जिस धरा पर राजा कुरु ने हल चलाया और भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया आज उस कर्मभूमि को आध्यात्मिक राजधानी कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। इस पावन धरा को पूरी दुनिया में पहचान दिलाने का काम कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने किया। इसलिए केडीबी के 50 सालों के सफर को स्वर्णीम सफर कहा जा सकता है। इसलिए सरकार ने इस पावन भूमि के तीर्थो और पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए श्रीकृष्णा सर्किट के तहत करीब 100 करोड़ का बजट दिया है।
उन्होंने कहा कि सरकार की योजना है कि दुनिया के जिस कोने में भारतीय रहते है, उन भारतियों तक गीता का संदेश पंहुचाया जाए और पहली बार विदेशी भूमि मॉरिशस में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाए। इस धरती से स्वामी विवेकानंद जैसे महान लोगों की भविष्यवाणी को सच किया जा रहा है। स्वामी विवेकानंद ने 21वीं सदी को भारत की सदी कहा था और इस मुकाम तक पहुंचने के लिए गीता के संदेश महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे है। उन्होंने कहा कि केडीबी के 50 सालों के सफर से भारत को एक अलग पहचान मिली। केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर कुरुक्षेत्र को आध्यात्मिक रुप से विकसित करने का काम कर रहे है और भविष्य में भी गीता के संदेशों से भारत की ओर पहचान बनेगी।
राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के 50 सालों के सफर में सदस्य सचिव, सीईओ व अन्य पहलुओं से केडीबी के साथ जुड़े अधिकारियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। जिनमें सदस्य सचिव कोमल आनंद, उर्वशी गुलाटी, राज्यपाल के सचिव केडीबी सदस्य सचिव डा. अमित अग्रवाल, सीईओ केडीबी रहे एके यादव, चीफ आर्किटेक्ट वीएन शाह, सेवा निवृत आईएएस अधिकारी मोहिन्द्र कुमार, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रेणू फुलिया, हेमा शर्मा, डा. किरण सिंह, डा. पूजा भारती, पारुल महाजन, विकास रल्हन, केडीबी के मानद सचिव एमएम छाबड़ा, सदस्य विजय नरुला, राजेन्द्र जोशी, श्याम सुंदर बंसल, उपेन्द्र सिंघल, केसी रंगा, डा. ओपी पहल, सौरव चौधरी, डा. सुचि स्मिता, राकेश नागपाल, सुभाष चंद गुप्ता, सुरेश कुमार पूंज, अंग्रेज सिंह शामिल है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह में 16 मिनट का वृतचित्र दिखाया गया। इस वृतचित्र में कुरुक्षेत्र 48 कोस के तीर्थो के इतिहास और केडीबी से जुड़े अहम पहलुओं को विस्तार से दिखाया गया। इस वृतचित्र में खासतौर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का गठन करने वाले भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारीलाल नंदा के अभूतर्पूव योगदान को विस्तृत रुप से दिखाने का प्रयास किया गया। इस वृतचित्र की राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने भी प्रंशसा की है।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के स्वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष्य में केडीबी के प्रयासों से केडीबी एंथम तैयार किया गया। इस एंथम को लिखने का काम पानीपत की उपायुक्त सुमेधा कटारिया, सीईओ केडीबी पूजा चांवरिया और मोनिका सलूजा ने किया और इस गीत को गाने और संगीत देने का काम विकास रल्हन ने किया। इस एंथम की प्रस्तुती को सभी ने खुब सराहा है।

मॉरिशस के भारत में उच्चायुक्त जे गोवर्धन ने गोल्डन जुबली समारोह पर बधाई देते हुए कहा कि मॉरिशस भी अपनी 50वीं सालगिरह मना रहा है और इस अवसर पर विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन भी मॉरिशस में किया जा रहा है। मॉरिशस से ही हिन्दी को विश्व की सातवीं भाषा दर्जा देने की आवाज को बुलंद किया जाएगा और 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस समारोह भी धूमधाम से मॉरिशस में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कमाल व्यक्तित्व के व्यक्ति है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासो से पूरी दुनिया में भारत की अलग पहचान बनी है। पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से पूरी दुनिया में रहने वाले 3 करोड़ भारतीयों को बनारस यात्रा के लिए आमंत्रित करने का काम किया। इतना ही नहीं इस यात्रा के लिए सबसीडी भी देेने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मॉरिशस में बच्चों की शिक्षा और ओपन हार्ट सर्जरी जैसे बिमारियों का ईलाज नि:शुल्क किया जा रहा है और मॉरिशस में 10 हजार डालर पर केपिटा आय है और लोगों ने पत्थर की भूमि से मॉरिशस को सोने की भूमि बनाने का काम किया है।

कैबिनेट मंत्री कविता जैन ने लोगों को स्वर्ण जयंती समारोह की बधाई देते हुए कहा कि भारत को फिर से विश्व गुरु का दर्जा मिलेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अथक प्रयास जारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से ही पूरे विश्व योग के रंग में रंग पाया और पूरी दुनिया को संस्कार और संस्कृति का ज्ञान मिला। कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर गीता का संदेश दिया गया और इसी धरती पर संस्कृति और संस्कारों का जन्म हुआ, इसलिए इस कर्मभूमि से उपजे गीता के संदेश को पूरी दुनिया में सरकार पहुंचाने का काम कर रही है। सरकार का प्रयास है कि 48 कोस परिक्रमा के लिए बसे चलाई जाए और पर्यटक 48 कोस के तीर्थो और पयर्टन स्थलों का अवलोकन कर सके। विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा के प्रयासों से ही केडीबी और ब्रहमसरोवर का निर्माण हुआ। आज इस ब्रहमसरोवर में निरंतर जल प्रवाह की योजना पर काम लगभग पूरा हो चुका है। केडीबी के द्वारा ही गीता महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की पहचान मिली। इसमें राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का विशेष योगदान रहा।

राज्यपाल के सचिव एवं केडीबी सदस्य सचिव डा. अमित अग्रवाल ने मेहमानों का स्वागत करते हुए केडीबी के 1968 से लेकर वर्ष 2018 तक के 50 सालों के अदुभूत सफर पर विस्तृत प्रकाश डाला और कहा कि केडीबी द्वारा 100 से अधिक तीर्थो की पहचान कर ली गई है और धीरे-धीरे इन तीर्थो को विकसित किया जाएगा। उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने आंगुतकों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में संगीत विभाग द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुती दी गई। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक, एडीसी अनिश यादव, नगराधीश संयम गर्ग, भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. प्रवीण सैनी, मैक के मुख्य सलाहकार महेश जोशी, जिप चेयरमैन गुरदयाल सुनहेड़ी सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here