Sirsa News : आढ़ती एसोसिएशन सिरसा की ओर से आज सुबह अनाज मंडी में प्रदर्शन कर मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारी को ई-ट्रैडिंग व डायरैक्ट पेमेंट व्यवस्था हटाने बाबत ज्ञापन सौंपा। उप प्रधान विजय चौधरी व सचिव देवराज कंबोज के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गए ज्ञापन के जरिए आढ़तियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मार्केट कमेटी के अधिकारी ई-ट्रैडिंग व डायरैक्ट पेमेंट को लेकर आढ़तियों पर दवाब बना रहे है, जबकि इस बारे में पहले ही संबंधित विभाग से कई बार चर्चा हो चुकी है। ज्ञापन में कहा गया है कि अनाज मंडी में आने वाले धान के लिए ई-ट्रैडिंग व डायरैक्ट पेमेंट प्रणाली व्यवहारिक तौर पर असंभव है। इससे प्रणाली को लेकर आढ़तियों में रोष है। अगर सरकार यह आदेश वापिस नहीं लेती है, तो प्रदेश के सभी आढ़ती आंदोलन के लिए मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। किसानों से सरकार से कभी भी ई-ट्रैडिंग व डायरैक्ट पेमेंट प्रणाली की कभी मांग नहीं की, पिछले दस वर्षों में पंजाब में इस प्रणाली को अपनाने की कोशिश की गई, मगर कामयाब नहीं हुई। पंजाब के किसानों ने हाईकोर्ट में रीट डालकर सीधे किसानों को भुगतान की मांग की थी, तब माननीय हाईकोर्ट ने तत्कालीन पंजाब सरकार को निर्देश दिए थे कि जो किसान सीधे भुगतान की मांग करते है, उन्हें भुगतान दिया जाए। वर्ष 2015 में हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड ने 75 जिलों में किसानों से सीधे पेमेंट वाली राय मांगने के लिए एक हजार फार्म भरवाए थे, परंतु 20 किसानों ने ही सीधे भुगतान की इच्छा व्यक्त की। किसान अपनी फसल उगाने के लिए आढ़ती से फसल आने से पूर्व फसल की ऐवज में एडवांस ले लेता है, जिसे आढ़ती उसकी फसल बिकने पर अपना एडवांस काटकर बकाया राशि का भुगतान किसान को कर देता है। आढ़ती के पास उक्त फसल का भुगतान कई दिनों, महीनों व वर्षों से आता है। किसान के फसल के भुगतान की पूरी जिम्मेदारी आढ़ती की है। इस मौके पर सचिव देवराज कंबोज, उपप्रधान विजय चौधरी, कोषाध्यक्ष कृष्ण वधवा, संदीप चलाना एसोसिएशन मैनेजर, लवनीश तनेजा, बाबा राम दास हरदीप सरकारिया डब्बू जैन ,सुधीर,रुली चंद गांधी, शम्मी नारंग,महाबीर शर्मा,राजेंद्र सुधा,धर्मचंद गर्ग,राजेन्द्र कम्बोज,कश्मीर कम्बोज,रमेश कम्बोज, आरएस सिंगला, सुनील आहूजा वीरभान मेहता, मनोहर मेहता,गुरदयाल मेहता भी मौजूद रहे।