Chandigarh News, 29 Sep 2018 : श्री गुरु रविदास जी ने समाज में ऊंच-नीच, जाति-पाति व धर्म- भेद को मिटाने के लिए समभाव व सामाजिक समरस्ता का संदेश दिया। इस समभाव व समरस्ता के संदेश को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेजी से आगे बढ़ा रहें हैं। यह विचार हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में व्यक्त किए। श्री गुरु रविदास विश्व महापीठ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की संस्था है, जो दुनिया के एक दर्जन से भी अधिक देशों में गुरु रविदास के चिंतन को प्रचारित करने का कार्य कर रही है। अभिनंदन समारोह उनके सम्मान में आयोजित किया गया। श्री आर्य के साथ साथ इस समारोह में विश्व महापीठ द्वारा उत्तराखंड की राज्यपाल श्रीमती देवी रानी मोर्य, श्री हंसराज हंस, उपाध्यक्ष राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी कमीशन तथा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सिकंदर कुमार का भी अभिनंदन किया गया।
राज्यपाल श्री आर्य ने संत रविदास जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब जब भी समाज में ऊंच-नीच का भेद हुआ है और समाज में कुरुतियां आई हैं। तब-तब देश में अनेेक महापुरुषों ने इस धरती पर जन्म लेकर समाज में फैली कुरुतियों को दूर करने के लिए भूली भटकी मानवता को जीवन का सच्चा रास्ता दिखाया है। संत रविदास किसी एक जाति या संप्रदाय के गुरु नही थे। वे पूरी मानव जाति के पथ-प्रर्दशक थे। उनकी शिक्षांए पूरी मानवता का आज भी प्रकाश स्तंभ की तरह मार्गदर्शन कर रही है। वसुदैव कटुंबकम् का संदेश भी पहली बार उन्होने ही दिया था।
उन्होंने कहा कि डा. भीम राव अम्बेडकर के तीन सूत्रीय सिद्वांत शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघष करों, के सिद्वांत पर चले तो निश्चित रूप से समाज को विकास होगा। उन्होंने कहा कि अभी तो यह झांकी है अगला चरण बाकी है। उन्होंने समाज के लोगों से अपिल की है कि व मांस मदिरा से दूर रहें और अपने बच्चों को शिक्षित करें। उन्होंने विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा पर बल दिया और कहा कि समाज के लोग अपने अन्य खर्चों में कटौति करके लड़कियों को शिक्षति करें।
उन्होंने कहा कि केंद्र और हरियाणा सरकार सबका साथ सबका-विकास के भाव से कार्य कर रही है। सरकार द्वारा गरीब व पिछडे लोगों के लिए अनेक योजनांए चलाई गई हैं जिससे जरुरतमंद लोग लाभांवित हो रहे हैं। केंद्र व हरियाणा सरकार ने अंतिम पंक्ति में खडे गरीब से गरीब व्यक्ति को लाभांवित करने के लिए अंत्योदय आहार योजना, अंत्योदय भवन व प्रधानमंत्री जन आरोग्य जैसी योजनांए चलाई गई हैं। इसके साथ-साथ गरीब वर्ग की महिलाओं व युवाओं के कल्याण के लिए भी दर्जनों योजनांए संचालित हैं। उन्होने कहा कि हरियाणा अनेक योजनाओं के संचालन में प्रथम है। इसी तरह से अन्य प्रदेश भी सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें तो वह दिन दूर नहीं जब गरीब समाज का व्यक्ति भी प्रथम पंक्ति में खडा होगा। हरियाणा का गर्वनर नियुक्त किए जाने पर उन्होने समाज के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होने यह भी कहा कि जो जिम्मेवारी उन्हे सौंपी गई है वह जनता और समाज की भलाई में बखूवी निभांएंगे।
इस अवसर पर महापीठ के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष दुष्यंत कुमार गौतम, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री विजय सांपला, सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्य नारायण जटिया, गुजरात विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष आत्मा राम भाई परमार, महापीठ के अध्यक्ष सुरेश राठौर व महापीठ के महामंत्री सूरजभान कटारिया उपस्थित थे।