Rewari News : शिक्षा व स्कूलों में सुधार का दम भरने वाली खट्टर सरकार के राज में निजी स्कूल संचालकों की लापरवाही के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुरूग्राम में हुई मासूम की मौत के बावजूद न तो शिक्षा विभाग और न ही निजी स्कूल संचालकों ने कोई सबक लिया है। इसी के चलते निजी स्कूल की लापरवाही का एक और मामला उस वक्त सामने आया, जब स्कूल बस की चपेट में आने से करीब 5 वर्षीय एक मासूम छात्र की दर्दनाक मौत हो गई।
मृतक हिमांग सुलखा गांव के पास स्थित सनराइज स्कूल में एलकेजी क्लास में पढ़ता था। रोज की तरह सुबह भी वह स्कूल गया था, लेकिन परिजनों को यह नहीं पता था कि आज उसका यह आखिरी दिन होगा।
दरअसल हुआ यूं कि जब स्कूल बस हिमांग को घर छोड़ने के लिए आई तो परिचालक ने उसे उतार दिया। फिर बैक करते वक्त हिमांग बस के टायर के नीचे आ गया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई। मासूम की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों को देख बस चालक मौके से फरार हो गया और ग्रामीणों ने मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचाया। मगर कुछ भी हो, इस मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद स्कूल संचालक इसे हलके में ले रहे हैं और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन भी स्कूल संचालक के बचाव में आ खड़ी हुई है। उनका कहना है कि अभी उन्हें मामले की कोई जानकारी नहीं है। वहीं सूचना देने के बावजूद पुलिस नहीं पहुंच सकी।