अर्थव्यवस्था के विकास के लिए महत्वपूर्ण है एसएमई क्षेत्र में प्रौद्योगिकी अभिग्रहण

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Gurugram News, 17 Sep 2018 : एसएमई के प्रौद्योगिकी समाधानों को दर्शाने के लिए हाल ही में लॉन्च की गई सीमेंस लिमिटेड ‘इंजेन्यूटी टूर’ में हरियाणा की यात्रा बहादुरगढ़ से शुरू होगी। ट्रक 17 सितम्बर को बहादुरगढ के इण्डस्ट्रियल एरिया में 18 व 19 सितम्बर को मानेसर के इण्डस्ट्रियल एरिया और मारूती गेट-2 तथा 20 व 21 सितम्बर को गुरूग्राम के सीमेंस ऑफिस और एवीएल इंडिया पर तैनात किया जाएगा।
यात्रा का उद्देश्य चुनौतियों का समाधान करना, प्रौद्योगिकी समाधानों के बारे में जागरूकता फैलाना और भारत के प्रमुख उद्योगों, जैसे ऑटोमोटिव, खाद्य और पेय पदार्थ, पैकेजिंग, मशीन टूल्स, कैपिटल गुड्स, उर्जा, फार्मा, सीमेंट, खनिज और धातु, के लिए सीमेंस द्वारा प्रस्तुत समाधानों को उपलब्ध करना है। रोड शो को इंजेन्यूटी ट्रक द्वारा संचालित किया जाएगा। यात्रा 2 साल की अवधि में पूरे भारत के 23 राज्यों और 120 शहरों में अपना प्रदर्शन करेगी।
यात्रा के दौरान डिस्प्ले में इंडस्ट्री सॉफ्टवेयर, ऑटोमेशन, पावर डिस्ट्रीब्यूशन, ड्राइव टेक्नोलॉजी, डिजिटल और क्लाउड सर्विसेज, औद्योगिक प्रशिक्षण के साथ-साथ कस्टमाइज्ड फाइनेंसिंग समाधानों से सम्बंधित विद्युतीकरण, ऑटोमेशन और डिजिटलाइज़ेशन के दायरे में आने वाले नवीनतम उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई है। यह यात्रा विभिन्न उद्योगों पर केन्द्रित है और प्रतिस्पर्धी लाभ दर्शाती है जिसे बिल्कुल नये किस्म की प्रौद्योगिकियों और समाधानों को अपनाने से प्राप्त किया जा सकता है।
सीमेंस लिमिटेड के कार्यकारी वाइस प्रेसिडेंट और डिजिटल फैक्टरी के प्रमुख आशीष भट ने बताया कि, सीमेंस अपनी इंजीनियरिंग,डोमेन और डिजिटल जानकारियों के माध्यम से भारतीय मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को अधिक दक्ष, कुशल, विश्वसनीय और भविष्य में कारगर बनाये रखने के लिए साझेदारी कर रहा है। हमारा ध्यान हमारे ग्राहकों को डिजाइन से लेकर उत्पादन तक और संचालन से लेकर रखरखाव तक की संपूर्ण वैल्यू चेन की परफॉरमेंस में सुधार लाने में सहायता प्रदान करने पर है। सरकार हरियाणा में टिकाऊ औद्योगीकरण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाकर उद्योगों के विकास पर काफी ध्यान दे रही है। ‘इंजेन्यूटी टूर’ हमारे इनोवेशन को हमारे ग्राहकों तक सही तरीके से पहुंचायेगी।
डिजिटल तकनीकें हमारी दुनिया को बदल रही हैं। मेक इन इंडिया पहल कदमी का लक्ष्य 2022 तक मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र के योगदान को सकल घरेलू उत्पाद का 15 प्रतिशत से 25 प्रतिशत तक बढ़ाने का है। इस बड़े पैमाने पर विकास करने के लिए, भारत को पहले स्तर, दूसरे स्तर और तीसरे स्तर के आपूर्तिकर्ताओं वाले एक पारिस्थितिक तंत्र की आवश्यकता होगी जिनके पास उन्नत स्तर का मैन्यूफैक्चरिंग परफॉरमेंस और सक्रियता हो।
सीमेंस लिमिटेड के कार्यकारी वाइस प्रेसिडेंट और प्रोसेस इंन्डस्ट्रीज एंड ड्राइव्स के प्रमुख भास्कर मंडल ने कहा कि सीमेंस में काम करते हुए हमारे लिए डिजिटलाइज़ेशन सर्वोच्च प्राथमिकता है और इंजेन्यूटी टूर हमें संपूर्ण वैल्यू चेन में विभिन्न खास आवश्यकताओं और उद्योग आपूर्तिकर्ताओं से मिलने वाली चुनौतियों को समझने और उनका समाधान करने में मदद करेगी। बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिएएसएमई डिजिटलाइज़ेशन का उपयोग कर सकते हैं, जैसे उत्पाद और प्रक्रिया संबंधी बढ़ती जटिलता को समझने में महारत हासिल करना, मार्केटिंग में लगने वाले समय को कम करना,बाजार की बदलती हुई आवश्यकताओं के अनुसार ढलना,व्यक्तिगत किस्म के उत्पादों को वितरित करना और निरंतर उत्पाद सुधार सुरक्षित करना।
डिजिटलाइज़ेशन कम लागत, बेहतर उत्पादन गुणवत्ता, लचीलापन और दक्षता,ग्राहक के अनुरोधों और बाजार की मांगों के लिए कम समय में रिस्पांस देने का वादा करता है, और नये तरह के व्यावसायिक अवसर भी उपलब्ध कराता है। भारतीय मैन्युफैक्चरर्स के पास असाधारण प्रतिस्पर्धी लाभ पाने के लिए कम श्रमलागत के साथ उन्नत मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों का तालमेल करने का अनूठा अवसर है। एसएमई के लिए समय की मांग यह है कि वे नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने में अग्रणी बनें और इसे अपनी व्यावसायिक रणनीतियों का एक अभिन्न हिस्सा बनायें। जो लोग डिजिटलकरण की शक्ति को समझते हैं और अपने कारोबार में इसका उपयोग करते हैं, वे विकास की इस नई लहर का नेतृत्व करेंगे।

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