Chandigarh News : हरियाणा में किसी पार्टी की सरकार रही हो, हर में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का रसूख रहा है। हर शासन में उसकी मनमानी पूरी तरह चलती रही। हर सरकार में वह फायदा उठाता था और गैर वाजिब काम भी करा लेता था। डेरा प्रमुख अथवा उसके किसी भी डेरा प्रतिनिधि की फाइल सरकारी टेबल पर नहीं रुकती थी। सरकारों ने डेरे से जुड़े तमाम ऐसे गैरकानूनी कामों को मंजूरी दी है, जिसमें नियम आड़े आते रहे। डेरा प्रमुख ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए करीब एक दर्जन प्रापर्टी को चेंज आफ लैैंड यूज (सीएलयू) से मुक्त करा लिया।
बिना सीएलयू प्रापर्टी नियमित कराता था डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम
उसने इन संपत्तियों को लाल डोरे के दायरे में दिखाया। ऐसी संपत्ति अथवा जमीनों की सीएलयू की जरूरत नहीं होती। यह संपत्ति बिना सीएलयू ही नियमित मानी जाती है। सिरसा में उसने शाह सतनामपुरा पंचायत का गठन कर इसके दायरे में इन संपत्तियों को बिना सीएलयू के नियमित कराया गया है। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से जुड़े इस काम को बिना सरकारी इशारे के नहीं किया जा सकता। अफसर ही डेरे को इन कामों को कराने की ट्रिक भी बताते थे। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के अधिकारियों ने डेरे को ऐसी संपत्तियों को सीएलयू मुक्त करके दिए हैैं, जिन्हें मंजूर कराने में प्रभावशाली लोगों को भी दुश्वारी होती। फिलहाल एक दर्जन से अधिक संपत्तियां सामने आई हैैं। जांच में इनकी संख्या दो दर्जन भी हो सकती है।