डेरे से लापता लोगों की लिस्ट में यमुनानगर से भी दो नाम

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Yamuna Nagar News :  साध्वी से दुष्कर्म करने वाले डेरा चीफ गुरमीत राम रहीम के सलाखों के पीछे जाने के बाद एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। इसके साथ ही बाबा पर कई संगीन आरोप लगने का दौर भी शुरू हो गए है। कहा जा रहा है कि जो भी बाबा के राज जान जाता था, बाबा उसकी हत्या करके उसके शव को जमीन में गढवा देता था और उपर से पेड़ लगवा देता था।

डेरा प्रमुख के खिलाफ ऐसे संगीन आरोप लगने के बाद लोगों ने सिरसा थाने में डेरा सच्चा सौदा से गायब हुए लोगों के बारे में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवानी शुरू कर दी है। अब पुलिस थाने वे लोग पहुंच रहे हैं, जिनके परिवार के सदस्य डेरा सच्चा सौदा में रहते हुए गायब हुए।

आपको बता दें कि बीते एक सप्ताह में ही गुमशुदगी की 21 शिकायतें सिरसा पुलिस के पास आ चुकी है। इसके बाद सिरसा पुलिस ने डेरे लापता हुए लोगों की लिस्ट बनाई है जिसमें यमुनानगर के भी दो लोगों का नाम है। पीड़ित लोगों का कहना है कि राम रहीम को सजा मिलने के बाद इन्हें अपनो के लौट आने की आस जगी थी लेकिन बाबा को दोषी करार दिए जाने के एक माह बाद भी इन लोगों का कोई पता नहीं चल पाया है।

कुछ पीड़ितों का कहना है कि अब तक वे यही सोचते थे कि उनके अपने डेरा में ही हैं लेकिन जब डेरा सच्चा सौदा में संगत नहीं रही और सभी अपने घर लौट आए तो इन लोगों ने डेरे से गायब इनके अपनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट सिरसा पुलिस को दी।

यमुनानगर के थानछप्पर एरिया के मुस्ताबाद से 17 साल का शीशपाल साल 2014 से गायब है। इसके परिवार का कहना है कि शीशपाल अपने दादा दादी और गांव के कुछ लोगों के साथ डेरे में नाम दान लेने गया था और रात को वहां से गायब हो गया। लाख कोशिशों के बाद भी शिशपाल का कुछ पता नहीं चला।

डेरे से गायब यमुनानगर का दूसरा व्यक्ति 50 वर्षीय ज्ञानचंद है जो साल 2012 में डेरे में नामदान लेने गया था, भी ऐसे ही रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया था। जिस वक्त वो गायब हुआ, उसकी बेटी की शादी होने वाली थी।

इस मामले में डीजीपी बीएस संधू भी ये कह चुके हैं कि डेरे के खिलाफ जो भी शिकायत आएगी, उसकी गहनता से जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी लेकिन इन लोगों के सामने आने के बाद डेरे में नर कंकाल की बात भी सच लगती सी नजर आती है।

डेरा से गायब हुए इन लोगों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज:

डेरा से वर्ष 2008 में गायब हुआ था अंबाला सिटी का 45 वर्ष का राजीव अग्रवाल।

अंबाला केंट का 32 वर्षीय सोनू उर्फ टेकचंद वर्ष 2012 से गायब।

साल 2008 से गायब शहदाब। 25 अगस्त को डेरा प्रमुख के काफिले के आगे लेटता दिखा था परिजनों को।

चरखी दादरी थाने के गांव तिवाला की 22 वर्षीय रेनू भी डेरा से गायब है। लेकिन उसका पता चल चुका है लेकिन उसने डेरे से जाने से इंकार कर दिया।

नेपाल निवासी 70 वर्षीय अमल प्रसाद भी डेरे से वर्ष 2014 से गायब है।

62 वर्षीय मोहन लाल पुत्र अतरचंद 2016 से गायब है।

27 साल की छिंद्रपाल कौर पत्नी सुखदेव सिंह घड़साना मंडी भी डेरे से वर्ष 2012 से गायब है।

पंजाब के मानसा जिले के गांव बरेटा का 32 वर्षीय सतपाल पुत्र बलवंत सिंह वर्ष 2013 से गायब है।

कैथल निवासी 21 साल का अर्जुन पुत्र महेंद्र सिंह वर्ष 2014 में गायब हो गया था।

17 साल का शिशपाल पुत्र गुरदेव सिंह निवासी छाप्पर यमुनानगर वर्ष 2014 से गायब है।

फतेहाबाद जिले के गांव भिरडाना की 36 वर्षीय लाली पत्नी प्रकाश भी वर्ष 2011 से गायब है।

26 साल की प्रियंका पत्नी रमेश गांव शिरहेड़ा थाना बरवाला हिसार वर्ष 2011 से गायब है।

50 वर्षीय ज्ञानचंद पुत्र रूपराम निवासी यमुनानगर वर्ष 2012 से गायब है।

24 वर्षीय बिट्टू सिंह पुत्र नेबसिंह निवासी अंबाला वर्ष वर्ष 2012 से गायब है।

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