Hisar News, 20 April 2019 : शहर में तेजी से बदलीजीवन शैली से महिलाओं और पुरुषों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड रहा है हम जिस हवा में सांस लेते है और भोजम हम जो खाते है और जहां हम रहते है जीवशैली में बदलाव आया है खाने पीने की वस्तुओं सही ढंग से इस्तेमाल न करने से इंसान की शारीरिक क्रियाओं पर असर पडता है। नोवा फर्टिलिटी हिसार सैंटर की सीनियर डाक्टर डा. पूजा भ्याना ने प्रैस वार्ता में बताया कि आज तनाव पूर्ण माहौल में पेस्टीसाइड का इस्तेमाल से भी बाझंपन से युवाओं को दिक्क्ते झेलनी पड रही है अत्यधिक एल्कोहल के कारण बांझपन जैसी समस्याए झेलनी पड़ रही है। इनफ र्टिलिटी प्रजनन संबंधी समस्या एक ऐसी स्थिति है जिसमें पुरूष और स्त्री के बीच एक वर्ष से अधिक समय तक असुरक्षित संबंध बनने के बावजूद औरत गर्भधारण नहीं कर पाती है। इससे व्यक्तिगत रूप से और कभी.कभी स्त्री-पुरूष के संबंधों पर भी गहरा असर पड़ता है। डा. पूजा ने बताया कि सामान्य तौर पर महिलाओं से जोड़ कर देखा जाता है और इसके चलतेए प्राय: महिलाओं को ही चिकित्सकीय सलाह के लिए कहा जाता है लेकिन वास्तविकता यह है कि समस्या से पुरूष और स्त्री दोनों ही समान रूप से प्रभावित हो सकते हैं। डा. पूजा भ्याना ने कहा कि पुरूषों की इनफ र्टिलिटी से जुड़े अनेक मामले बिना उपचार के ही रह जाते हैं, क्योंकि अधिकांश पुरूष इस मामले में सहायता लेने से मना कर देते हैं और वे मुश्किल से इस बात को मानने के लिए राजी हो पाते हैं दरअसल, इनफर्टिलिटी के 45-50 प्रतिशत मामलों में पुरूष जिम्मेवार होते हैं या फि र महिला व पुरुष दोनों ही जिम्मेवार होते हैं। हिसार की फर्टिलिटी कंसल्टेंट डॉ. पूजा धीर भयाना ने कहा कि उच्च स्तर के डीएन, फ्रैगमेंटेशन और बार-बार की आईवीएफ विफलताओं की स्थिति में, यह विधि काफी परामर्शित है। एमएसीएस जैसी उन्नत एआरटी तकनीकों के साथए हम पुरूषों की इनफर्टिलिटी की समस्या को अधिक कुशल तरीके से हल कर पाने में अब समर्थ हैं।