Health Updates : अगर आप बच्चा चाहती हैं तो बिना देर किए आप अपने इस फैसले को अमल में ले आएं। रिसर्चर्स की मानें तो महिला और पुरुष दोनो की प्रजनन क्षमता तीस के बाद कम हो जाती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो दो दशक पहले महिलाएं तीस के अंतिम पड़ाव में भी मां बन जाया करती थीं लेकिन अब वे आईवीएफ टेक्नोलोजी के माध्यम से ही मां बन पाती हैं।
महिलाएं एक से दो लाख अंडे लेकर पैदा होती हैं जिनमें से कई हजार वो 20 साल की होने तक खो देती हैं। 20 के पड़ाव के अंतिम दौर तक पहुंचते-पहुंचते यह प्रजनन क्षमता और भी कमजोर होने लगती है।
वैसे तो महिला की अंड कोशिका में कितने अंडे मौजूद हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता बल्कि फर्क इस बात से पड़ता है कि उन अंड कोशिकाओं की गुणवत्ता कैसी है। सिगरेट, अलकोहल और जंक फूड के ज्यादा इस्तेमाल से अंडों की गुणवत्ता में दुष्प्रभाव पड़ता है।
जैसे आप मां बनने के लिए तीस की उम्र को पार करती हैं तो ऐसे में गर्भपात के चांसेस बढ़ जाते हैं। आज के समय में चालीस की उम्र में नॉर्मल प्रेगनेंसी होना एक बहुत बड़ी कामयाबी होती है। अगर कुछ महिलाएं चालीस की उम्र में मां बन भी जाती हैं तो उसके बाद उनका मां बनना ना के बराबर माना जाता है।
अपने आप को फर्टाइल रखने के लिए महिलाओं से बीएमाआई को मेंटेन रखने के लिए कहा जाता है साथ ही पोषक तत्वों का रोजना सेवन करने की भी सलाह दी जाती है। इसके अलावा अलकोहल और कैफीन का इस्तेमाल भी कम करना चाहिए।