New Delhi News : फिल्म ‘पद्मावत’ के खिलाफ राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई थोड़ी देर में होने वाली है। याचिका में फिल्म के रिलीज पर बैन को हटाने के आदेश में संशोधन करने की मांग की गई है। ऐसे में दोनों राज्यों के प्रदर्शनकारियों सहित आन जन की नजर कोर्ट से फैसले पर टिकी है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकारों ने शांति व्यवस्था का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। मामले की सुनवाई आज सुबह 10 बजे होने की संभावना है। वहीं जयपुर में करणी सेना ने और इंदौर में राजपूत समाज ने सिनेमाघरों के सामने प्रदर्शन किया। विरोधियों का साफ कहना है कि अगर फिल्म रिलीज हुई तो टॉकीज को आग के हवाले कर देंगे। राजस्थान और मध्यप्रदेश सहित देश में कई जगहों पर राजपूत समाज ने चक्काजाम कर जबरदस्त प्रदर्शन किया।
तोगड़िया ने किया विरोध का ऐलान
विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने पद्मावत फिल्म नहीं रिलीज होने देने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि ‘पद्मावत’ फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे। मंगलवार से वीएचपी के कार्यकर्ता देश भर में फिल्म के विरोध में प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस ने भी किया बैन का समर्थन
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा है कि पद्मावत फिल्म को लेकर कांग्रेस का स्टैंड साफ है। साथ ही बोले कि फिल्म को बनने ही क्यों दिया गया। अब फिल्म पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए है। पद्मावत क्षत्रिय समाज का ही नहीं सबका का मामला है। ऐसे में हो ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।
सिनेमाहाल संचालकों को फिल्म नहीं दिखाने की चेतावनी
राजस्थान में करणी सेना ने खुलेआम सिनेमाहाल संचालकों को फिल्म नहीं दिखाने की चेतावनी देना शुरू कर दिया है। करणी सेना जयपुर जिलाध्यक्ष नारायण सिंह दिवराला के नेतृत्व में बड़ी संख्या में राजपूत समाज के युवाओं ने बाइस गोदाम स्थित आईनॉक्स सिनेमाहॉल पहुंचकर प्रदर्शन किया और आईनॉक्स के मैनेजर अमिताभ जैन को प्रदेश के किसी भी आईनॉक्स सिनेमाघर में यह फिल्म प्रदर्शित नहीं करने और फिल्म से जुड़े पोस्टर्स भी नहीं लगाने को कहा।