New Delhi News, 11 Jan 2019 : उपरी यमुना बेसिन पर यमुना नदी की सहायक गिरी नदी पर रेणुकाजी बहुउद्देशीय बांध परियोजना के निर्माण के लिए समझौता-पत्र हस्ताक्षरित करने वाले उत्तर भारत के छह बेसीन राज्यों में हरियाणा राज्य भी शामिल रहा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि रेणुकाजी बहुउद्देशीय बांध परियोजना से हरियाणा राज्य को 47.82 प्रतिशत पानी मिलेगा।
नई दिल्ली में केंद्रीय जल संसाधन,नदी विकास और गंगा संरक्षण एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नीतिन जयराम गडकरी और उत्तर भारत के छह राज्यों के मुख्यमंत्री, हरियाणा के मनोहर लाल, उत्तराखंड के त्रिवेंद्र सिंह रावत, हिमाचल के जयराम ठाकुर, दिल्ली के अरविंद केजरीवाल, उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ व राजस्थान के अशोक गहलोत ने उपरी यमुना बेसीन पर यमुना नदी की सहायक गिरी नदी पर रेणुकाजी बहुउद्देशीय बांध परियोजना के निर्माण के लिए समझौता-पत्र हस्ताक्षरित किया। हस्ताक्षरण समारोह में केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री अर्जुन सिंह मेघवाल व केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह भी मौजूद रहे।
हस्ताक्षरण कार्यक्रम में नीतिन जयराम गडकरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि देश में पर्याप्त जल संसाधन हैं। राज्यों की आवश्यकता अनुसार जल उपयोग के लिए प्रस्तावित परियोजनाओं को क्रियान्वित किया जाना ही केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। उपरी यमुना बेसिन पर यमुना व उसकी सहायक नदियों पर निर्मित की जाने वाली तीन जल भंडारण बांध परियोजनाओं के परिणामस्वरूप हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में पर्याप्त सिचाई व पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। यमुना नदी की क्षमता में 160 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उपरी यमुना बेसिन पर यमुना व उसकी सहायक नदियों पर निर्मित की जाने वाली तीन जल भंडारण बांध परियोजनाओं, लखवाड बहुद्देशीय बांध परियोजना, रेणुकाजी बहुद्देशीय बांध परियोजना व किशाऊ बहुद्देशीय बांध परियोजना का 47.82 प्रतिशत जल हरियाणा प्रदेश को मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला क्षेत्र में यमुना नदी की सहायक गिरी नदी पर कुल 1508 हैक्टेयर में कुल 4596.76 करोड़ रुपये लागत से 148 मीटर उंची रेणुकाजी बहुद्देशीय बांध परियोजना निर्मित की जाएगी। रेणुकाजी बहुद्देशीय बांध परियोजना की कुल 4596.76 करोड़ रुपये लागत में सिचाई व पेयजल का घटक 4325.43 करोड़ रूपये तथा विद्युत उत्पादन का घटक 277.33 करोड़ रूपये है। रेणुकाजी बहुद्देशीय बांध परियोजना के सिचाई व पेयजल घटक का 90 प्रतिशत (3892,83 करोड़ रूपये) खर्च केंद्र सरकार द्वारा व शेष 10 प्रतिशत (432.54) खर्च संबंधित बेसीन राज्यों हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली द्वारा वहन किया जाएगा।
रेणुकाजी बहुउद्देशीय बांध परियोजना का निर्माण हिमाचल प्रदेश विद्युत निगम द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। रेणुकाजी बहुउद्देशीय बांध परियोजना की भंडारण क्षमता 0.404 MAF होगी और 23 क्यूमेक जल बेसिन राज्यों को आपूर्ति हो सकेगा। रेणुकाजी बहुद्देशीय बांध परियोजना के निर्माण के उपरांत यमुना की सहायक नदी गिरी की बहाव क्षमता में 110 प्रतिशत की वृद्धि होगी। रेणुकाजी बहुद्देशीय बांध परियोजना से उच्चतम बहाव के दौरान 40 मेगावाट तक विद्युत उत्पादन भी होगा। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली द्वारा विद्युत उत्पादन का 90 प्रतिशत खर्च वहन किया जाएगा।
रेणुकाजी बहुद्देशीय बांध परियोजना में बेसिन राज्यों, हरियाणा, उत्तर प्रदेश/ उत्तराखंड, हिमाचल, राजस्थान व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली को कुल उपलब्ध जल में से क्रमशः 47.82 प्रतिशत,33.65 प्रतिशत, 03.15 प्रतिशत,09.34प्रतिशत व 06.04 प्रतिशत जल उपलब्ध होगा। बेसिन राज्यों द्वारा बांध परियोजना से उपलब्ध होने वाले जल की प्रतिशतता के अनुपात में ही खर्च वहन किया जाएगा। रेणुकाजी बहुउद्देशीय बांध परियोजना के लिए अब तक केंद्र सरकार द्वारा 446.96 करोड़ रूपये, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली द्वारा 214.84 करोड़ रूपये व हरियाणा राज्य द्वारा 25 करोड़ रूपये जारी किए जा चुके हैं।