New Delhi News, 07 July 2019 : रेवाड़ी के लोकप्रिय डॉक्टर रवि रंजन को न्याय दिलाने व उनके उपर लगे आरोपों की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर अनेक संगठनों द्वारा जन्तर-मन्तर, नई दिल्ली पर शनिवार को धरना-प्रदर्शन किया गया और प्रधानमंत्री कार्यालय को ज्ञापन सौंपा। धरना-प्रदर्शन में रेवाड़ी, गुडग़ांव एवं दिल्ली से सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। धरना-प्रदर्शन का आयोजन पृथ्वी इंवायरमेंट ट्रस्ट एवं जनसेवा एवं सांस्कृतिक चेतना मंच ने संयुक्त रूप से किया था। इस दौरान लोग हाथों में तख्तियां लिए हुए थे जिसमें लिखा था डॉ रवि रंजन निर्दोष है उनके मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, गरीबों के मसीहा डॉ रवि रंजन को न्याय दो, भ्रष्ट सिस्टम को खत्म करो आदि।
धरना पर मुख्यरूप से पृथ्वी इंवायरमेंट ट्रस्ट के फाउंडर उमेश गहलावत, संदीप यादव, पवन यादव, डॉ बीके सिंह, जनसेवा एवं सांस्कृतिक चेतना मंच गुडग़ांव के अध्यक्ष रणधीर राय, महासचिव शंभू प्रसाद, रेवाड़ी बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान शमशेर सिंह, विपुल गुप्ता, नूगा बेस्ट गुडग़ांव के हेल्थ एडवाइजर विक्रम यादव, जनसेवा एवं सांस्कृतिक चेतना मंच के दिलीप गुप्ता, विपिन जयसवाल, रणधीर सिंह, केएन पांडेय, सुशील गुप्ता, मनीष राय, आलोक, परशुराम, बृजभूषण, सुधीर, धर्मेन्द्र, सरबजीत, पृथ्वी इंवायरमेंट ट्रस्ट के नवदीप, संजय, रवीन्द्र धैया, मनवीर यादव, विशाल, अजयआदि मुख्य रूप से मौजूद थे।
इस मौके पर पृथ्वी इंवायरमेंट ट्रस्ट के फाउंडर उमेश गहलावत ने कहा कि रेवाड़ी के लोकप्रिय डॉक्टर रवि रंजन जिन्होंने आईआईटी कानपुर और आईएसएम धनबाद जैसे उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थानों को छोडक़र रीम्स रांची से मेडिकल की पढाई की, जो स्वर्गीय प्रधानमंत्री चंद्रशेखर एवं लाल बहादुर शास्त्री की धर्मपत्नी स्वर्गीय ललिता शास्त्री के डॉक्टर रहे, जो बिहार के आरा शहर के रहने वाले हैं, उस डॉक्टर रवि रंजन के खिलाफ हरियाणा के रेवाड़ी शहर में कई संगीन आरोप लगाकर उनके चलते हुए रेवाड़ी और धारूहेड़ा स्थित हॉस्पिटलों को बंद करा दिया गया और उन्हें भ्रूण हत्या और गबन के झूठे मुकदमों में फंसाकर छह महीने के लिए जेल में आरोपी बनाकर रखा गया और पुलिस जांच के नाम पर यातनाएं दी गई। उनके पिता श्री अरूण प्रकाश जो आरा शहर के मशहूर गणित के प्रोफेसर रहे आज गुंडों की प्रताडऩा से तंग आकर मानसिक रोगी बन गए हैं वहीं उनकी पत्नी डॉ स्वरूपा मित्रा जो राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल, दिल्ली में यूनिट हेड हैं और देश की एक जानी मानी कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं उन्हें गुंडों की प्रताडऩा से बचने के लिए मजबूरन तलाक तक लेना पड़ा।
जनसेवा एवं सांस्कृतिक चेतना मंच गुडग़ांव के अध्यक्ष रणधीर राय ने कहा कि डॉ रवि रंजन का कसूर सिर्फ इतना था कि वो बाहरी थे और तेजी से लोकप्रिय हो रहे थे। उन्होंने इस इलाके में पांच से दस हजार गंभीर रूप से घायल और बीमार मरीजों की जान बचाई। इसलिए साजिशें हुई और एक के बाद एक उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाया गया और अंतत: हर तरह से बर्बाद कर दिया गया। वहीं रेवाड़ी के एडवोकेट शमशेर सिंह ने कहा कि हम डॉ रवि रंजन को न्याय दिलाने के लिए आगे भी अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
विभिन्न संगठनों के लोग डॉ रवि रंजन पर हरियाणा में अब तक लगे सारे आरोपों की उच्च स्तरीय जांच और इस साजिश में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लोग चाहते हैं कि उन्हें और उनके परिवार को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाय।