New Delhi News : भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्वी दिल्ली से सांसद श्री महेश गिरी ने आज प्रेसवार्ता के दौरान राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सभी के सहयोग से इसका अविस्मरणीय आयोजन होगा जो युगों युगों ओर सदियों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा है 1100 साल बाद इस तरह से महायज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। इस यज्ञ में हवन कुंड के निर्माण हेतु सभी प्रमुख धामो व तीर्थ स्थलों व भारत की सीमाओं से जल व मिट्टी का संग्रहण किया गया है। इस महायज्ञ में राष्ट्र व देव वंदना एक साथ होगी।
सांसद श्री महेश गिरी ने बताया कि राष्ट्र रक्षा महायज्ञ की शुरुआत देवी स्थापना से होगी। उसके बाद देवी अराधना होगी व राष्ट्र की सुख शांति व समृद्धि लिये ये प्रार्थना होगी कि हे मां भगवति बगलामुखी इस राष्ट्र को संपन्न करे समृद्ध करें सुरक्षित करे। जो दुश्मनी ताकतें इस देश के विकास में बाधा बन रही है उनके प्रयत्नों को विफल करें।
श्री योगिनी पीठम के पीठाधीश यज्ञाचार्य श्री चंद्रमणि त्रिपाठी ने अपने संबोधन में बताया कि महायज्ञ के दौरान देश भर से आध्यात्मिक गुरू इस पावन पहल में हिस्सा लेंगे और सवा दो करोड़ (2.25 करोड़) मंत्रों का मंत्रोच्चार करेंगे। इससे समूचे देश में भारतीयता एवं सांस्कृतिक अखण्डता की ऊर्जा का प्रसार होगा। 8 दिन के इस सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान देश के जाने माने कलाकार प्रत्येक शाम को राष्ट्र की नृत्य, संगीत और लोक कलाओं की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्षित करते हुये मंच पर भावपूर्ण प्रस्तुतियां देंगे।
राष्ट्र रक्षा महायज्ञ राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को वैचारिक एवम आध्यामिक रूप से जोड़ने का एक अभियान है। देश मे शांति, समृद्धि एवं देशभक्ति का भाव जगाने का एक प्रयास है। इस कार्य को सदियों पुरानी यज्ञ परंपरा के माध्यम से साकार करने की कोशिश की जा रही है।
राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के अध्यक्ष श्री नरेश अग्रवाल ने कहा कि कार्यक्रम हेतु सभी व्यवस्थाएं बड़े ही सुदृण रूप से चल रही है। इसके साथ ही महायज्ञ हेतु लोगो का उत्साह देखने लायक है। सभी आम नागरिको द्वारा इसमे यथा संभव मदद प्राप्त हो रहा है। सभी को 18 मार्च का बेसब्री से इंतजार है।
राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के कोषाध्यक्ष श्री पदम चंद गर्ग ने बताया कि सभी के सहयोग से तैयारी अच्छी चल रही है। यह यज्ञ बहुत ही काम खर्चे में व बेहतर तरीके से किया जाएगा।