New Delhi News, 04 Feb 2019 : केन्द्रीय आर्य युवक परिशद्,नई दिल्ली के तत्वावधान में गत तीन दिनों से पंजाबी बाग स्टेडियम,रिंग रोड,नई दिल्ली में चल रहे ‘‘अखिल भारतीय आर्य महासम्मेलन’’ का भव्य समापन हो गया । सम्मेलन में देष के विभिन्न प्रान्तों से लगभग 2500 आर्य प्रतिनिधि सम्मलित हुए। सम्मेलन के अन्तर्गत प्रातः 9.00 बजे से रात्री 9.30 बजे तक निरन्तर 11 सत्र चले जिसमें मुख्य रूप से ‘‘राश्ट्रीय एकता षोभा यात्रा’’, 251 कुण्डीय पर्यावरण षुद्धि यज्ञ,राश्ट्रीय आर्य महिला सम्मेलन, व्यायाम षक्ति प्रदर्षन, राश्ट्रीय युवा सम्मेलन,वेद-संस्कृत रक्षा सम्मेलन,रक्षा-राश्ट्र रक्षा सम्मेलन,संगीत संध्या,राश्ट्रीय आर्य महासम्मेलन, षिक्षा-संस्कृति रक्षा सम्मेलन आदि मुख्य रहेे । सम्मेलन में कन्या भूण हत्या के विरूद्ध जनजागरण, तम्बाकु,मांसाहार,नषा मुक्त समाज की संरचना, युवा पीढ़ी को संस्कारित करने हेतु षिविर, आंतकवाद के विरूद्व अभियान और समाज में बढ़ते पाखण्ड अन्धविष्वास के विरूद्व तीव्र गति से अभियान चलाने के निष्चय हुए । पूरे देष में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबन्ध,समलैंगिता को अपराध की श्रेणी में ही रखने,धारा 370 समाप्त करने,आरक्षण जातिवाद आधारित समाप्त कर आर्थिक आधार पर हो,राजनीतिक पार्टियां अपराधियों को टिकट न दें आदि के प्रस्ताव पारित किये गये । समारोह का संचालन परिशद् अध्यक्ष अनिल आर्य ने किया।
सार्वदेषिक आर्य प्रतिनिधि सभा के अन्तर्राश्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आर्यवेष ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने चुनावों के समय गौ मांस पर प्रतिबन्ध का वादा किया था, लेकिन वह अभी तक पूरा नहीं कर पाये उसे उन्हें अविलम्ब पूरा करना चाहिये। पूरे देष में गौ हत्या पूर्ण प्रतिबन्ध लगा कर गौ हत्यारों को कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिये। गौ हमारी पुरातन आर्य संस्कृति का गौरव व आधार है। केन्द्रीय आर्य युवक परिशद् के राश्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि जातिवाद पर आधारित आरक्षण देष की एकता में बाधक है, इसे समाप्त कर आर्थिक आधार पर लागु किया जाये। अनिल आर्य ने कहा कि जम्मु कष्मीर में धारा 370 समाप्त कर उसे पूरे देष की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य षीघ्र होना चाहिये और आंतकवादियों व उनके संरक्षको को सख्ती से कुचलना चाहिये।
251 कुण्डीय पर्यावरण षुद्धि यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य अखिलेष्वर जी ने कहा कि आज पूरा विष्व पर्यावरण के लिये चिन्तित है, केवल वैदिक यज्ञ से ही हम वायु मण्डल को षुद्ध कर सकते हैं केन्द्र व राज्य सरकारों को बड़े बड़े यज्ञ करवाने की और ध्यान देना चाहिये तभी हम इस समस्या का हल निकाल सकते हैं।
राश्ट्रवादी षिव सेना प्रमुख जयभगवान गोयल ने कहा कि जनसंख्या नियन्त्रण कानून अविलम्ब लागु करना चाहिये । सुदर्षन न्यूज के मुख्य सम्पादक सुरेष चव्हान के ने कहा कि आर्य समाज को हिन्दू समाज को संगठित करने का देष व्यापी अभियान चलाना चाहिये तभी यह देष व भारतीय संस्कृति बचेगी और तभी तक भारत धर्मनिरपेक्ष रहेगा।
पूर्व महापौर सुभाश आर्य ने कहा कि राश्ट्रीय आन्दोलन में आर्य समाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है लेकिन इसके लिए आवष्यक है कि हम हिन्दी भाशा को अपने जीवन में अपनायें, हिन्दी हमारी राश्ट्रीय एकता की मूलाधार है ।
इस अवसर पर पार्शद कैलाष सांकला, वीना विरमानी, यषपाल आर्य, स्वामी नित्यानन्द, स्वामी चन्द्रवेष, स्वामी धर्ममुनि, स्वामी सोम्यानन्द(मथुरा), गायत्री मीना(नोएडा), रविदेवगुप्ता,सुभाश बब्बर(जम्मू), योगेन्द्र षास्त्री(जीन्द), भानुप्रकाष षास्त्री(बरेली),राश्ट्रीय महामंत्री महेन्द्रभाई,प्रवीनआर्य(गाजियाबाद), आचार्यनकुलदेव(उड़ीसा), वीरेन्द्र योगाचार्य (फरीदाबाद),नरेन्द ्सुमन,डा.महेष विद्यालंकार,आचार्य वीरेन्द्र विक्रम,मित्रमहेषआर्य(अहमदाबाद), भानुप्रताप वेदालकांर (इन्दौर),षंकरदेवआर्य(खण्डवा),डा.वीरपालविद्यालंकार,आनन्दआर्य(हापुड़), मनोहरलाल चावला (सोनीपत), रामकृश्णषास्त्री(बहरोड़), चन्द्रषेखर षास्त्री, स्वतन्त्र कुकरेजा(करनाल), ईषआर्य(हिसार), चन्द्रषेखर षर्मा(ग्वालियर), यषपाल यष(जयपुर), गवेन्द्र षास्त्री, आचार्य प्रेमपाल षास्त्री, देवेन्द्र भगत, कृश्णप्रसाद कोटिल्य(झारखण्ड), आचार्य सुभाश षास्त्री(बंग्लादेष), गोपाल दुर्गा(अमेरिका), डा.लियो(फिलीपिन्स), पूर्व महापौर महेष षर्मा,प्रवीन आर्य, यषोवीर आर्य, विजय तोशनीवाल(कोटा), संतोश आर्य(पटना) आदि वैदिक विद्वानों ने उद्बोधन दिए। समलैंगिकता को समाज के लिये अभिषाप बताया गया ।