Indore News : रैगिंग की सभी हदें तोड़ मेडिकल कॉलेज में जूनियर को रोज मुर्गा बनाने, दिनभर खड़े रहने और शाम तक जूते न उतारने जैसी प्रताड़ना देने के मामले में एमजीएम मेडिकल कॉलेज के 29 छात्रों को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है, साथ ही इन्हें हॉस्टल छोड़ने के निर्देश भी दिए गए हैं।
दरअसल, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस फर्स्ट ईयर के छात्रों द्वारा रैगिंग की शिकायत किये जाने के बाद थर्ड इयर के 29 छात्रों को कॉलेज प्रबंधन ने एक माह के लिए कॉलेज से बाहर कर दिया है। साथ ही उन्हें हॉस्टल खाली करने के निर्देश भी दे दिए गए हैं। रैगिंग की यह शिकायत संयोगितागंज थाने में भी की गयी है।
2017 बैच के एमबीबीएस छात्रों ने कुछ दिन पहले कॉलेज प्रशासन को शिकायत की थी कि 2015 बैच के हॉस्टल में रह रहे छात्र उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं। इसके साथ ही पीड़ित छात्रों ने दिल्ली में एंटी रैगिंग स्क्वॉड में भी शिकायत की। शिकायत पर कॉलेज प्रशासन ने एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई। इसमें पीड़ित छात्रों को बुलाया गया। कमिटी के सामने पीड़ित छात्रों ने सीनियर छात्रों की नामजद शिकायत की, जिसे कमेटी ने माना कि प्रताड़ना का स्तर अधिक रहा होगा।
सुनवाई के बाद जूनियर छात्रों की शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद प्रताड़ित करने वाले छात्रों के माता-पिता को कॉलेज बुलाया गया है। जूनियरों ने शिकायत में बताया कि उनसे दंड बैठक लगवाई जाती थी, दिन भर खड़े रहने की सजा के साथ मनपसंद कपड़े पहनने पर भी पाबंदी लगा रखी थी और ड्रेस कोड लागू जैसा टार्चर किया जाता था।
कमेटी के सामने पीड़ित छात्रों ने खोला राज
कुछ जूनियर्स ने सीनियर्स पर मारपीट करने के भी आरोप लगाए। थप्पड़ खाने के बाद दो छात्रों के कान में तकलीफ होने की समस्या के बाद पीड़ित छात्र इलाज करान के लिए एमवाय अस्पताल की ईएनटी ओपीडी गए थे। कमेटी के सामने पीड़ित 21 छात्रों में से 18 उपस्थित हुए, जिन्होंने अपने साथ की जाने वाली प्रताड़ना कमेटी को बताई।