New Delhi News, 02 Jan 2021 : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता बूटा सिंह (Buta Singh) का शनिवार को निधन हो गया। वो 86 साल के थे। उन्हें राजीव गांधी का बहुत करीबी माना जाता था। केंद्र में कांग्रेस की अलग-अलग सरकार के दौरान उन्होंने गृह मंत्री, कृषि मंत्री, रेल मंत्री समेत कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली। बिहार के पूर्व राज्यपाल भी रहे। बूटा सिंह राजस्थान से कांग्रेस के सांसद भी रहे।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बूटा सिंह लंबे समय से बीमार थे। उन्हें अक्टूबर में ब्रेन हैमरेज के बाद एम्स (All India Institute of Medical Sciences) में भर्ती कराया गया था। उनकी पहचान पंजाब के बड़े दलित नेता के तौर पर रही। बूटा सिंह कांग्रेस की कई सरकारों का हिस्सा रहे। उन्हें राजीव गांधी का बहुत करीबी माना जाता था।
बूटा सिंह राजीव गांधी सरकार में गृह मंत्री भी रहे थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 1967 से लगातार पंजाब के रोपड़ चुनाव लड़ते आ रहे थे। हालांकि, 1984 में रंग बदला था वजह थी ऑपरेशन ब्लू स्टार और 84 के सिख विरोधी दंगे। इस दौरान पंजाब में चुनाव के हालात तो नहीं थे। ऐसे में राजीव गांधी ने उस समय बूटा सिंह को पंजाब से राजस्थान भेज दिया था। मारवाड़ का इलाका और जालौर की सुरक्षित सीट पर बूटा सिंह ने तब आसानी से जीत दर्ज की थी। इस बार वह दो साल तक कृषि मंत्री और फिर गृहमंत्री का पद संभालते रहे।