New Delhi, 18 May 2020 : भारत की सबसे बड़ी आईपी-ड्रिवन इनक्यूबेशन लैब्स में एक ब्रिजलैब्ज सॉल्यूशंस एलएलपी ने लॉकडाउन के दौरान 1500 से अधिक नए टेक ग्रेजुएट्स और कामकाजी पेशेवरों के बीच सर्वे किया। कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान इंजीनियरों ने किन मुद्दों का सामना किया और किस तरह इससे उबर रहे हैं, यह सामने लाना इस ऑनलाइन सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य था।
सर्वेक्षण के अनुसार इसमें शामिल 71.95% उत्तरदाता नौकरी की तलाश में हैं और उनमें पुरुषों और महिलाओं का लगभग समान प्रतिनिधित्व है। जब आगे जांच की गई, तो देशभर में लॉकडाउन के बीच नौकरी खोजना नए इंजीनियरों और अनुभवी पेशेवरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना, जिसमें 76.89% उत्तरदाताओं को आर्थिक मंदी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। यह सर्वे दर्शाता है कि 24.92% कार्यरत इंजीनियर जो अपनी नौकरी स्विच करने की योजना बना रहे थे, वर्तमान में फंस गए हैं क्योंकि महामारी ने देशभर के संगठनों में भर्ती प्रक्रिया को प्रभावित किया है।
इसके अलावा सर्वेक्षण के जरिये उल्लेखनीय पैटर्न का पता चलता है। यह कहता है कि 15.53% इंजीनियरिंग ग्रेजुएट अपने मौजूदा स्किल सेट के साथ उद्योग में प्रासंगिक बने रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस प्रकार यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि हर समय विकसित होने वाले टेक्नोलॉजी स्पेस और गला-काट प्रतिस्पर्धवा वाले उद्योग में जीवित रहने के लिए स्किल को लगातार अपडेट करने की आवश्यकता है।