New Delhi, 18 Aug 2020 : कोविड-19 के प्रकोप और इसकी वजह से हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण काफ़ी लोग समय बिताने के लिए गेमिंग पर दिलचस्पी लेने लगे हैं, जिस वजह से भारत के सबसे बड़े स्पोर्ट्स कम्यूनिटी प्लेटफार्म रूटर ने मई की शुरुआत में अपने ऐप पर एक क्रांतिकारी गेमिंग और इस्पोर्ट्स स्ट्रीमिंग सुविधा शुरू की थी। लॉकडाउन के सिर्फ 4-5 सप्ताह के अंदर ही आंतरिक रूप से डेवलप किया गया, यह स्ट्रीमिंग टूल यूज़र्स को श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ ऑडियो-वीडियो क्वालिटी और फ़ीचर के साथ मोबाइल ऐप के साथ-साथ अपने पीसी में भी किसी भी गेम को स्ट्रीम करने की सहूलियत देता है।
पब्लिसिस ग्रुप इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 1-21 के बीच, गेमिंग में समय व्यतीत करने में 41% की वृद्धि देखी गई है। भारत में पहले से ही खेल प्रशंसकों और स्पोर्ट्स इंफ़्लूएंशर्स का एक विशाल समुदाय बनाने के बाद, ईस्पोर्ट्स मार्केट के प्रति रूटर का दृष्टिकोण देश में गेमर्स का सबसे बड़ा समुदाय बनाना था। इसलिए, इस सेगमेंट में अपनी शुरुआत करने के कुछ ही समय में, इस प्लेटफार्म में देश भर से 50000 से ज़्यादा होनहार गेमिंग स्ट्रीमर्स जुड़ गए। स्ट्रीमिंग की शुरुआत होने के एक महीने से भी कम समय में, 1.8 से 2 मिलियन से भी ज़्यादा रूटर ऐप डाउनलोड किए गए, और यह भारत में गेमिंग समुदाय के लिए केटेगरी लीडर बन रहा है।
गेमिंग स्पेस में रूटर की वृद्धि की प्रमुख वजहों में से एक दक्षिण भारतीय बाजार पर इसका ध्यान केंद्रित करना रहा है। यह प्लेटफार्म इस क्षेत्र के लगभग सभी प्रमुख गेमिंग स्ट्रीमर को शामिल कर रहा है और 50% से अधिक नए यूज़र्स दक्षिण भारत से पा रहा है। इसके बहुत से मौजूदा स्ट्रीमर देश के हिंदी भाषी क्षेत्रों से आते हैं, जिसके साथ रूटर पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी आत्मानिर्भर भारत योजना को पूरा करते हुए, भारत के सफ़ल घरेलू ऐप्स में से एक बनने के दृष्टिकोण को पूरा करने पर ज़ोर देता है।
अब, जबकि यह प्लेटफ़ॉर्म अपने बेहतरीन टेक इंफ्रास्ट्रक्चर के समर्थन से सफ़लतापूर्वक प्रसार कर रहा है, रूटर गेमर्स का व्यापक समुदाय बनाने के लिए ऐप पर कई तरह की सुविधाएं लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इससे समुदाय में हर कोई ऐप पर टूर्नामेंट की मेजबानी कर पाएगा।
इसी बीच, रूटर पर उपलब्ध अन्य प्रसिद्ध गेम्स हैं फ़्री फ़ायर, पबजी, पबजी लाइट, कॉल ऑफ़ ड्यूटी। इनमें से फ़्री फ़ायर को रूटर पर भारत में सबसे ज़्यादा स्ट्रीमर स्ट्रीम करते हैं। इस क्षेत्र में, भले ही रूटर नीमो टीवी नाम के चाइनीज़ ऐप और रिओ टीवी और लोको जैसे भारतीय प्रतिस्पर्धियों से प्रतिस्पर्धा कर रहा है, लेकिन पिछले एक महीने में प्लेटफार्म ने इन सबसे ज़्यादा वृद्धि की है। प्लेटफार्म पर स्पोर्ट्स में मिल रहे मनोरंजन के अलावा गेमिंग में भी हुई इस अप्रत्याशित वृद्धि की वजह से, औसतन लगभग 20 मिनट तक रूटर ऐप का इस्तेमाल किया जाता है, जो इसे इस क्षेत्र में सबसे वायरल ऐप्स में से एक बनाता है। सितंबर के मध्य में आईपीएल की शुरुआत होने तक, प्लेटफार्म को 5 मिलियन मासिक यूज़र बेस पाने की उम्मीद है।
इस नए फ़ीचर की बढ़ती सफ़लता पर बात करते हुए, रूटर के संस्थापक, पीयूष ने कहा, “इस महामारी की वजह से हमें अपने ईस्पोर्ट्स और गेमिंग प्लान को समय से पहले शुरू करने का सुनहरा अवसर मिला और हमने प्रसार और अनुभव के संदर्भ में बेहतरीन फ़ीचर्स के साथ रिकॉर्ड समय में अपने टेक लॉन्च किए। अब तक, हम सफ़लतापूर्वक स्पोर्ट्स में एक समुदाय बनाते आए हैं और इसे आगे बढ़ाते हुए गेमिंग क्षेत्र में कुछ बड़ा कर रहे हैं। इससे हमें रूटर को भारत में सबसे चहेते कंटेंट प्लेटफार्म में से एक बनाने में मदद मिली है, जो देश में 16 से 30 साल के उम्र समूह के विभिन्न गेमिंग दर्शकों और स्पोर्ट्स फ़ैंस का मनोरंजन कर रहा है। अब जबकि आईपीएल की घोषणा कर दी गई है, तो भारत के ऑडियो और वीडियो सेगमेंट में एकमात्र यूज़र-जेनरेटेड कंटेंट प्लेटफार्म होने के नाते, रूटर को 2020 की तीसरी तिमाही में बेहतरीन वृद्धि करने की उम्मीद है।”
रूटर, जिसका शाब्दिक अर्थ ‘स्पोर्ट्स फैन’ है, 2016 में पीयूष और दीपेश अग्रवाल ने स्थापित किया था। इसका मुख्य उद्देश्य प्रशंसकों को आपस में जोड़ना था, जिससे एक मजबूत समुदाय बनाया जा सके। प्लेटफार्म को इसकी शुरुआत में मुख्य रूप से लाइव स्पोर्ट्स गेमिंग के लिए बनाया गया था, जिसके बाद इसने अपने कंटेंट में विविधता लाना शुरू किया। चार वर्षों की अवधि में, इसने ऐसे एकमात्र भारतीय स्पोर्ट्स प्लेटफार्म के रूप में अपने कदम मजबूत किए हैं, जिसमें यूज़र्स और पेशेवरों द्वारा विकसित सामग्री शामिल है।