नई दिल्ली: कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के अधीन कार्यरत इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) ने तमिलनाडु के काट्नकुलाथुर स्थित एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के बीच करार हुआ । एसआरएम कैंपस में हुए इस समझौते पर ईएसएससीआई के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ. अभिलाषा गौड़ और यूनिवर्सिटी की ओर से रजिस्ट्रार डॉ. एस पुन्नोसामी मौजूद ने हस्ताक्षर किए।
दरअसल, बाजार में नौकरियों की उपलब्धता होने के बाद सही कौशल सेट की कमी में सटीक कैंडिडेट ढूंढना बड़ी चुनौती होती है। इसे ही दूर करने के लिए ईएसएससीआई ने कौशल आधारित प्रशिक्षण देने के लिए कोर्स तैयार किए है। अब दोनों संस्थान के बीच करार होने के बाद ईएसएससीआई इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के कौशल विकास के लिए काम करेंगे और कौशल आधारित पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करने पर मिलकर काम किया जाएगा।
सीओओ डॉ. अभिलाषा गौड़ का मानना है कि एसआरएमआईएसटी के विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से भारत में कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी और उद्योगों के सहयोग से विश्व स्तर की इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो सकती है। इससे छात्रों को फायदा होगा। ईएसएससीआई और एसआरएमआईएसटी संयुक्त रूप से इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से कोर्स भी डिजाइन किया जाएगा। जिससे छात्रों को रोजगार मिलने और स्वरोजगार करने में मदद मिले। उन्होंने कहा कि ईएसएससीआई योग्य छात्रों को अप्रेंटिसशिप और जॉब पोर्टल के जरिये नौकरी दिलवाने में मदद करेगी। युवाओं को इंडस्ट्री ट्रेनिंग के लिए विभिन्न पार्टनरों का सहयोग भी दिया जाएगा।