ऐस्मा ने भारत का पहला कंज्यूमर टू बिजनेस डेटा मार्केटप्लेस लॉन्च किया

0
980
Spread the love
Spread the love

New Delhi News, 08 April 2020 : ऐस्मा भारत में जन्मा डेटा मार्केटप्लेस है जो यूजर्स को ऐस्मा ऐप के जरिये सहमति और गुमनामी से डेटा से ट्रेड करने पर पुरस्कार देता है। मार्केटप्लेस की लोकेशन शेयरिंग और हेल्थ मैपिंग फीचर का उपयोग संपर्क को प्रभावी तरीके से ट्रैकिंग करने के लिए किया जा सकता है, जो कोविड-19 से लड़ने में अब तक की सबसे महत्वपूर्ण मदद रही है। ऐस्मा इकोसिस्टम द्वारा जुटाई गई अंतर्दृष्टि स्वाभाविक रूप से कोविड-19 प्रसार के खिलाफ एक डिजिटल फेंस बनाती है, वायरस से लड़ाई में नागरिकों और अधिकारियों की मदद करती है।

ऐस्मा मोबाइल ऐप के जरिये यूजर्स सहमति और गुमनाम रूप से पुरस्कार पाने के लिए अपने व्यवहार संबंधी डेटा का व्यापार कर सकते हैं और विज्ञापन देखने पर अतिरिक्त राशि पा सकते हैं। व्यवसाय संबंधित प्रोडक्ट्स और सर्विसेस की ऑफरिंग के लिए कानूनी और किफायती फॉर्मेट में ऐस्मा डैशबोर्ड के माध्यम से डेटा का उपयोग करते हैं। इसके अलावा समान चैनल व्यवसायों की मार्केटिंग दक्षता बढ़ाने के लिए टारगेटेड टेक्स्ट, बैनर और वीडियो विज्ञापन प्रदान कर सकता है। मौजूदा कोविड-19 स्थिति के प्रकाश में ऐस्मा ने आम लोगों के लिए अपनी हेल्थ मैपिंग सुविधा को जारी करने, हेल्थ इनसाइट्स को मैन्युअली शेयर करने और निगरानी में भी तेजी लाई है। ऐप के बढ़े इस्तेमाल से डेटा पूल में अचानक बदलाव के कारण सक्रिय प्रतिक्रियाओं के साथ अधिकारियों को सक्षम करेगा। यह अधिकारियों के लिए ट्रिगर अलर्ट जारी करता है जो किसी भी ऐस्मा यूजर्स के लिए गुमनाम अलर्ट भेज सकता है जो किसी भी पॉजीटिव टेस्ट कैरियर के संपर्क में आ सकते हैं।

#मायडेटामायअसेट (#mydatamyasset) फिलोसॉफी के साथ ऐस्मा ने यूजर्स को डेटा की शक्ति से संपन्न करने पर काम शुरू किया है। 2018 में अंकित चौधरी और निकोलस बोहलीन द्वारा स्थापित ऐस्मा का लक्ष्य डेटा ड्रिवन इकोनॉमी में फोरफ्रंट पर होना है। डेटा की पहचान अब सोने के रूप में हो रही है और संस्थापकों का विजन कंज्यूमर्स को रेवेन्यू शेयरिंग बिजनेस मॉडल में शामिल करने का है, जो डिजिटल दुनिया में कंज्यूमर्स के मूल्य को मजबूत करता है।

सर्विसेस के शुभारंभ पर टिप्पणी करते हुए ऐस्मा के संस्थापक और सीईओ अंकित चौधरी ने कहा, “भारत की बड़ी और युवा आबादी डिजिटल सैवी है और डेटा इकोनॉमी में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक होंगे। हम ऐस्मा में भरोसा करते हैं कि यूजर्स को इस योगदान के लिए वित्तीय पुरस्कार भी मिलना चाहिए और हमारा इरादा कुछ ऐसा ही है। लॉन्च से कुछ दिन पहले मैंने अपने पिताजी से चर्चा की, जो राज्य सरकार में स्पेशलिस्ट माइक्रोबायोलॉजी कंसल्टेंट हैं और उन्होंने रियलटाइम में सिटीजन प्राइवेसी का सम्मान करते हुए कोविड-19 से लड़ने के लिए रियलटाइम डेटा के महत्व पर जोर दिया। इसने हमें हेल्थ डेटा फीचर को तेजी से विकसित करने के लिए प्रेरित किया, जो लोकेशन शेयरिंग के फीचर के साथ हमारे ऐप को आने वाले हफ्तों में संभवतः सबसे अधिक इस्तेमाल वाला ऐप बनाएगा। महामारी का आर्थिक प्रभाव छोटे और मध्यम व्यापार पर कहर बरपाएगा, जहां कंज्यूमर डेटा की जानकारी एसएमबी के लिए भविष्य को लेकर स्मार्ट फैसले लेने में कारगर होगी। कोविड-19 महामारी दुनिया के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, लेकिन हमें खुशी है कि हम जिस तकनीक का निर्माण कर रहे हैं, उससे हम सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। ”

इसके अलावा ऐस्मा के संस्थापक और सीओओ निकोलस बोहलीन ने कहा, “एक मिलेनियल के तौर पर मैं अपने डेटा की शक्ति और मूल्य समझता हूं, जिसे बिगटेक कंपनियों के फ्रीमियम के बहाने नियमित रूप से मुद्रा में बदला जाता है। हम ऐस्मा में डेटा की शक्ति और उसके आर्थिक मूल्य को डेटा क्रिएटर्स को देना चाहते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here