New Delhi News, 30 Nov 2019 : दिग्गज वकील स्व. राम जेठमलानी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजधानी के तीन मूर्ति भवन में एक भव्य यादगार व्याख्यान का आयोजन किया गया। राम जेठमलानी की याद में आयोजित इस खास व्याख्यान कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों के साथ कानून जगत से जुड़ी कई हस्तियों की मौजूदगी देखी गई। सिंगापुर के अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधीश न्यायमूर्ति एके सीकरी और भारत के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एमके कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इन महत्वपूर्ण लोगों के साथ यह कार्यक्रम वरिष्ठ अधिवक्ता और राम जेठमलानी के पुत्र महेश जेठमलानी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता संजय आर. हेगड़े, राम जेठमलानी की पत्नी लता जेठमलानी, वरिष्ठ अधिवक्ता एस. गणेश, ANZ LAWz के अधिवक्ता ओसामा सुहैल इस आयोजन के संयोजक और कई अन्य प्रमुख शख्सियतों व वरिष्ठ साथियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम में जस्टिस एके सीकरी ने राम जेठमलानी जी के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि राम जेठमलानी का अंतिम तर्क उनके सामने था। वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने लोगों को राम जेठमलानी के जीवन के कई अनछुए पहलुओं से लोगों का परिचय कराया। उन्होंने बताया कि उनके पिता राम जेठमलानी को उनके वरिष्ठों ने सलाह दी थी कि उन्हें देश विभाजन के समय प्रैक्टिस के लिए भारत जाना चाहिए। दूसरी ओर, राम जेठमलानी की पत्नी लता जेठमलानी ने पति के साथ साझा किए भावनात्मक क्षणों को बगैर एक शब्द भी नहीं कहे सामने लाने में सफल रहीं। उसकी आंखें पति की यादों से लबरेज थीं।
वरिष्ठ अधिवक्ता संजय आर. हेगड़े ने कानूनी बिरादरी में राम जेठमलानी को अतुलनीय शख्सियत बताते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। जबकि, वरिष्ठ अधिवक्ता एस. गणेश ने उनके और राम जेठमलानी जी के 92वें जन्मदिन पर आपस में आदान-प्रदान की गई बातचीत को साझा किया। उन्होंने राम जेठमलानी जी के जीवन के आदर्श वाक्य ‘केवल कड़ी मेहनत’ को लोगों के साथ साझा किया।
ANZ LAWz के अधिवक्ता और वरिष्ठ साथी ओसामा सुहैल ने खुद को प्रतियोगी बनाए रखने के लिए अंतिम क्षणों तक सीखने और खुद को अपडेट बनाए रखने संबंधी राम जेठमलानी के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात का व्यक्त किया कि राम जेठमलानी जी को कोई भी नागरिक सम्मान नहीं दिया गया है। उनके अनुसार, जेठमलानी साहब भारत के असली रत्न थे। उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धियों एवं किए गए कार्यों के कारण राम जेठमलानी जी को पुरस्कार देने की महती जरूरत है। इस मौके पर उन्होंने घोषणा की कि उनकी फर्म ANZ LAWz राम जेठमलानी की याद में सेमिनार, मूट कोर्ट एवं मेमोरियल लेक्चर्स के साथ-साथ राम जेठमलानी के नाम से प्रकाशन का शुभारंभ करेगी।