कॉलेज एडमिशंस प्लेटफॉर्म लीवरेज एडु ने सीरीज ए राउंड में 47 करोड़ (6.5 मिलियन डॉलर) जुटाए

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New Delhi, 23 Feb 2021 : लीवरेज एड-टेक प्राइवेट लिमिटेड, जो प्लेटफॉर्म LeverageEdu.com, UniValley.com, Ivy100.com, और वर्चुअल फेयर प्लेटफॉर्म UniConnect का संचालन करती है, ने अपने सीरीज ए फंडिंग राउंड 47 करोड़ (~ $ 6.5Mn) जुटाने की घोषणा की है। यह राउंड टुमॉरो कैपिटल के नेतृत्व में था जिसने अक्षय चतुर्वेदी द्वारा स्थापित और संचालित व्यवसाय में 26.5 करोड़ का निवेश किया था। मौजूदा निवेशक ब्लूम वेंचर्स और डीएसजी कंज्यूमर पार्टनर्स पहले निवेश के बाद भी कंपनी से जुड़े हुए हैं और उन्होंने इस राउंड में 20.5 करोड़ रुपए जोड़े हैं। इनमें से आधे कुछ क्वार्टर पहले जोड़े थे। शेष आधी पूंजी टुुमॉरो कैपिटल के साथ निवेश किए हैं। इसके साथ, कंपनी ने अब 3 राउंड में लगभग 60 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं।

पिछले चार वर्षों में लीवरेज एडु ने अपनी यात्रा शुरू की थी और इसमें कंपनी का उद्देश्य स्टूडेंट्स को सही प्लेटफॉर्म और डेस्टिनेशन तलाशने के साथ ही रोजगार को ध्यान में रखते हुए कॉलेज शिक्षा पर फोकस करने में मदद करना था। यह समझते हुए कि लाखों छात्रों के लिए आवेदन बेहद जटिल है, उन्हें वीज़ा, ग्रेड कन्वर्शन का साथ ही खुद के लिए सही विकल्प चुनने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और उन्हें इसमें मदद करने के लिए 2017 की शुरुआत में अक्षय ने पहले काउंसलर के तौर पर LeverageEdu की स्थापना की ती। यह प्लेटफॉर्म छात्रों को सही उच्च शिक्षा के विकल्प चुनने में मदद करता है, जिसमें 2500+ पर्नसलाइज्ड मेंटर्स और प्रमुख वैश्विक विश्वविद्यालयों का वन-टच एक्सेस देता है।

पिछले दशक में बाहर जाने वाले छात्रों की मोबिलिटी कई गुना बढ़ गई है। महामारी के बाद भी कुछ क्षेत्र कोरोना मुक्त घोषित हो चुके हैं। वहां की सरकारें ग्लोबल स्टूडेंट्स के पक्ष में सोच रही हैं और बड़े पैमाने पर सुधार भी किए गए हैं। इसने इस सीज़न में 3000 से अधिक छात्रों को सर्विसेस प्रदान करने वाली कंपनी लीवरेज एडु के विकास की कहानी लिखने में मदद की है।

लीवरेज एडू के कारोबार के दो मुख्य भाग हैं। सबसे पहले, कंपनी छात्रों को अपने लिए सही प्रोग्राम, देश चुनाव करने में मदद करती है। इसके लिए वह मेंटरिंग वर्कशॉप करती हैं, जो उन्हें अपने स्टूडेंट फोरम वनव्यू (OneView) के माध्यम से दुनियाभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में आवेदन करने में मदद करती है। फिर बाद में उन्हें शिक्षा ऋण, वीजा, विदेशी मुद्रा, आवास विकल्प जैसी वैल्यू एडेड सर्विसेस प्रदान करती है – यह छात्र के लिए वन-स्टॉप शॉप का काम करती है।

लीवरेज एडू के व्यवसाय का दूसरा भाग विश्वविद्यालय का है। यह एक सास (SaaS)- सक्षम प्लेटफॉर्म है, जिसे Univalley.com कहा जाता है। यह विश्वविद्यालयों को उनके विविध कार्यक्रमों के लिए बेस्ट-मैच टैलेंट खोजने में मदद करता है। इसके अलावा, यह भारत में 35 शहरों में 500 से अधिक छोटे और मध्यम स्टडी अब्रॉड कंपनियों को भी सक्षम बनाता है, जो उन्हें लीवरेज एडू के स्वामित्व तकनीक और दुनियाभर के अपने 250+ साथी विश्वविद्यालयों तक पहुंच प्रदान करके आवेदन-से-कॉलेज की यात्रा को आसान बनाते हैं।

निवेश के बारे में बात करते हुए, रोहिणी प्रकाश, सीईओ, टुमॉरो कैपिटल, ने कहा, “भारत अंतरराष्ट्रीय छात्रों के सबसे बड़े ग्लोबल सप्लायर्स में से एक है और फिर भी प्रवेश में छात्रों की मदद करने वाले सबसे बड़े ब्रांड अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे डेस्टिनेशन देशों से आते हैं, जो भारतीय छात्रों के सामने आने वाली परेशानियों और नजरिये को नहीं समझते हैं। हम मानते हैं कि यह अपरिहार्य है कि क्रॉस-बॉर्ड एजुकेशन के क्षेत्र में अगला बड़ा ब्रांड हमारे देश में विकसित होगा। हमें एक संस्थापक के रूप में अक्षय पर बहुत विश्वास है – उनके पास व्यापार को बढ़ाने के लिए शानदार रोडमैप है और वास्तव में ग्लोबल इंडियन एडटेक ब्रांड बनाने का जुनून है- और इस यात्रा पर लीवरेज एडू टीम के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं।”

देश के विभिन्न हिस्सों दिल्ली और मुंबई से कैंथ, एर्नाकुलम, सूरत, गुरदासपुर और विजयवाड़ा के छात्रों के लिए समाधान पेश कर रहे लीवरेज एडू के संस्थापक और सीईओ अक्षय चतुर्वेदी कहते हैं, ” तेजी से उभरते लोकतांत्रिक अवसरों वाली दुनिया में, किसी के लिए यह मजबूरी नहीं है कि जहां वे पैदा हुए हैं, वहीं वे पढ़े और आगे बढ़े। वे बड़े सपने देख सकते हैं, और दुनिया के किसी भी देश में अपनी प्रतिभा के दम पर सम्मान हासिल कर सकते हैं। यह पश्चिमी यूरोप में पाक कला हो सकता है, या सिडनी में खेल प्रबंधन, पेरिस में फैशन और विलासिता, कनाडा में पोषण – या कुछ भी, जहां भी छात्र को बड़ा होने में उपयुक्त महससू हो! ”

अक्षय ने कहा कि, “फंडिंग के नवीनतम दौर का उपयोग कंपनी के रणनीतिक विस्तार को नए बाजारों में लाने, अधिक उत्पाद नवीनता लाने और हमारे स्टूडेंट-फर्स्ट अप्रौच को अधिक शिक्षण और स्टूडेंट-फर्स्ट टूल पर केंद्रित करने के लिए किया जाएगा”।

संस्थागत फंडिंग के साथ-साथ कंपनी ने यह भी देखा कि करण खेमका के नेतृत्व में एंजेल कंसोर्टियम से निवेश आया है, जिसमें शिक्षा परामर्श फर्म एलईके के पार्टनर भी शामिल हैं। लीवरेज एडू ने गोकी के विशाल गोंडल, समा कैपिटल के ऐश लिलानी, पाइन लैब्स के अमरीश राऊ, सुला वाइन के चैतन्य राठी, जैसे अन्य लोगों के कंसोर्टियम से भी फंडिंग हासिल की है।

चतुर्वेदी ने कहा, “हमारा तात्कालिक लक्ष्य बेहद स्पष्ट है। हम कुछ चीजों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और उन्हें वास्तव में अच्छे-से करना चाहते हैं। विदेशी शिक्षा को लेकर यह मिथक है कि यह बहुत महंगा है और हम पिछले चार वर्षों से इस मिथक को तोड़ रहे हैं। अब से 18 महीने बाद, हम चाहते हैं कि हम भारत में सबसे बड़ी स्टडी-अब्रॉड कंपनी बने। छात्रों की संख्या और एनपीएस, दोनों मामलों में क्योंकि खुशहाल छात्र ही कारण है कि हम सभी रोज़ ऐसा करने के लिए प्रेरित होते हैं!”

एक ऐसे देश और बाजार में जहां उच्च शिक्षा उद्योग ने बड़े पैमाने पर बदलाव देखा है, लीवरेज एडू ने पुरानी धारणाओं को तोड़ने की चुनौती ली है और अवसरों तक पहुंचने की दृष्टि को प्रकाश में लाता है, और सपने देखने के लिए प्रेरित करता है, आपको वहां ले जाने में सक्षम है, जो दुनिया के नक्शे पर है!

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