बुलियन सपोर्ट लेवल के पास और कच्चा तेल 5% तेज; बेस मेटल के लिए पॉजीटिव आउटलुक

0
1088
Spread the love
Spread the love

New Delhi News, 14 April 2020 : पिछले हफ्ते दुनिया भर में कुछ दिलचस्प घटनाक्रम हुए। अब हम कोरोनोवायरस प्रकोप के कमजोर पड़ने की स्थिति देख रहे हैं और उद्योग के परिदृश्य में जल्द ही सुधार की उम्मीद है। चीन ने हुबेई प्रांत के बंद को भी खत्म कर दिया है और देश अब सामान्य स्थिति में लौट रहा है। तो आइए हम इस बात पर ध्यान दें कि कैसे इन घटनाओं ने कमोडिटी बाजार को प्रभावित किया है। श्री प्रथमेश माल्या, चीफ एनालिस्ट, नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी, एंजिल ब्रोकिंग लिमिटेड

बुलियन धातुः
पिछले हफ्ते स्पॉट गोल्ड की कीमत 2.5 प्रतिशत अधिक पर बंद हुई थी। केंद्रीय बैंकों द्वारा वैश्विक प्रोत्साहन उपायों की उम्मीद के बीच बुलियन मेटल की कीमतों को अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में गिरावट का समर्थन मिला। एमएक्ससी फ्यूचर्स ने जून फ्यूचर में 1% उछाल के बाद 45,800 रुपये प्रति 10 ग्राम जबकि सिल्वर फ़्यूचर मई में 0.4% की रैली के साथ 43,670 रुपए के साथ बंद हुआ।

इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने पिछले हफ्ते बुधवार को अपनी पिछले महीने की पॉलिसी मीटिंग के मिनट जारी किए। यह मिनट दिखाते हैं कि यू.एस. फेड ने जोरदार पॉलिसी रेस्पांस की आवश्यकता को अनुभव किया और उसके अनुसार कार्य किया।

इस हफ्ते हम सोने की कीमतों में 46,000 रुपए/10 ग्राम की ओर बढ़ोतरी हो सकती है।(सीएमपी: 45,820.0 रुपए/ 10 ग्राम)।

बेस मेटल्सः
एल्युमीनियम को छोड़कर पिछले हफ्ते एलएमई पर बेस मेटल की कीमतें पॉजिटिव ही रहीं। मांग कम होने का दबाव एल्युमीनियम पर बना हुआ है और पिछले सप्ताह 0.4 प्रतिशत कम हो गया है। शंघाई एक्सचेंज पर इन्वेंट्री के स्तर में वृद्धि और हल्के धातु की कीमतों पर एलएमई के विकास को देखते हुए यह बदलाव आाय है।

इटली, फ्रांस व स्पेन में लोगों की मौत तथा नए संक्रमित लोगों की संख्या में गिरावट, चीन में कोरोनावायरस के मामलों में गिरावट ने कोरोनावायरस का प्रकोप कम होने की ओर इशारा किया है। भारत के वर्तमान लॉकडाउन से बाहर निकलने की उम्मीद है। गैर-प्रभावित क्षेत्रों से लॉकडाउन हटाने और हॉटस्पॉट को सील करने के साथ ये घटनाक्रम निकट अवधि में औद्योगिक धातुओं के लिए मांग के दृष्टिकोण में सुधार हो रहा है।

इसके अलावा आर्थिक गिरावट का मुकाबला करने के लिए अमेरिकी, यूरोज़ोन और जापान द्वारा घोषित प्रोत्साहन उपायों से औद्योगिक धातु की कीमतों को समर्थन मिल रहा है और गिरावट सीमित हो रहा है।

कच्चा तेलः
पिछले हफ्ते सप्लाई की चिंता के कारण कच्चे तेल की कीमतें 4 प्रतिशत कम हो गईं। दुनियाभर में कमजोर मांग के कारण कच्चे तेल की कीमतें घटी हैं। इसके अलावा यूएस एनर्जी इंफर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 15 मिलियन बैरल से अधिक हो गया, जिसने क्रूड की कीमतों पर और दबाव डाला। घातक वायरस के प्रकोप के कारण गिरती मांग और रिफाइनरी बंद होने से यूएस में इन्वेंट्री </s

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here