विलक्षण डिजिटल भागवत् कथा में वर्चुयली गोवर्धन पूजा में सम्मिलित हुए भक्त श्रद्धालु

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New Delhi News, 13 July 2021 : दिव्य धाम आश्रम, दिल्ली मे दिनांक 10 से 16 जुलाई 2021 तक दिव्य, भव्य एवं विलक्षण ‘श्रीमद् भागवत् कथा’ का आयोजन किया जा रहा है। यह कथा संस्थान के यूट्यूब चैनल से प्रसारित की जा रही है, जिससे इस covid काल में भी श्रद्धालु घर बैठे ही कथा मे सम्मिलित हो भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाओं को ग्रहण कर रहे हैं| श्रीमद् भागवत् कथा के चतुर्थ दिवस पर भगवान की अनन्त लीलाओं में छिपे गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को कथा प्रसंगों के माध्यम से उजागर करते हुए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संस्थापक एवं संचालक आशुतोष महाराज की शिष्या भागवताचार्या महामनस्विनी विदुषी सुश्री आस्था भारती ने आज श्री कृष्ण की बाल लीलाओं के विभिन्न प्रसंगों व गोवर्धन पूजा प्रसंग को प्रस्तुत किया एवं इनमें निहित आध्यात्मिक रहस्यों से भक्त-श्रद्धालुओं को अवगत भी कराया।

भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियों के घरों से माखन चोरी की, इस घटना के पीछे भी आध्यात्मिक रहस्य है। दूध का सार तत्व माखन है, उन्होंने गोपियों के घर से केवल माखन चुराया अर्थात् सार तत्व को ग्रहण किया और असार को छोड़ दिया। प्रभु हमें समझाना चाहते हैं कि सृष्टि का सार तत्व परमात्मा है। इसलिए असार संसार के नश्वर भोग पदार्थों की प्राप्ति में अपने समय, साधन और सामर्थ्य का अपव्यय करने की अपेक्षा हमें अपने अंदर स्थित परमात्मा को प्राप्त करना चाहिए। इसी से जीवन का कल्याण सम्भव है। गोवर्धन पूजा प्रसंग का वर्णन करते हुए साध्वी जी ने बताया कि गो शब्द का अर्थ है धरती और वर्धन का तात्पर्य है बढ़ाना अर्थात् धरती का संवर्धन करना। गोवर्धन पूजा से सम्बंधित साध्वी जी ने गौ का रक्षक एवं वर्धन के मर्म को समझाते हुए आध्यात्मिक पक्ष में गोवर्धन गाथा को सबके समक्ष रखा। इसी के अंतर्गत उन्होंने संस्थान के प्रकृति संरक्षण कार्यक्रम ‘संरक्षण’ की चर्चा करते हुए बताया कि आज अनेक आयोजनों द्वारा समाज में प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जा रही है। इसी के साथ कालिया नाग दमन की लीला की मार्मिक प्रस्तुति के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण के प्रकृति संरक्षक रूप को उजागर किया गया, साथ ही कोरोना महामारी से जूझते समाज का ध्यान प्रकृति संरक्षण की ओर केन्द्रित भी किया गया।

इस भव्य आयोजन में संत समाज द्वारा प्रसारित एवं प्रचारित सुमधुर भक्ति भावों से सभी ओतप्रोत हो उठे। इस भव्य कथा द्वारा श्रद्धालुगण 16 जुलाई तक प्रभु के अनेक रूपों और लीलाओं का आनंद लेते हुए अपने जीवन को लाभान्वित कर पायेंगे। कथा का विशेष प्रसारण संस्थान के यूट्यूब चैनल पर किया जा रहा है। इस लिंक पर जाकर आप कथा का online वेबकास्ट अवश्य देखें: https://www.youtube.com/djjsworld । प्रसारण का समय प्रातः10 से दोपहर 1 बजे तक तथा सायं 7 से रात्रि 10 बजे तक है।

 

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