New Delhi, 12 Oct 2020 : दान समाज की आर्थिक विषमताओं को दूर कर जन-जीवन में समत्व पैदा करने की रचनात्मक प्रणाली है जिसके माध्यम से एक व्यक्ति मानसिक, चारित्रिक और आध्यात्मिक गुणों को सरलता से अर्जित कर लेता है और जब यही दान किसी की शिक्षा हेतु दिया जाए तो वह योगदान बन जाता है। समाज में ऐसे कितने ही लोग हैं जो किसी व्यक्ति या समाज के लिए अपना योगदान देकर सामाजिक बदलाव का हिस्सा बनना चाहते हैं । ऐसी उत्तम भावनाओं को पृष्ठ भूमि प्रदान करने के लिए सृष्टि भी अनेकों अवसर उपलब्ध कराती है। इसी एक अवसर हेतु मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र भी प्रयासरत है।
मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र (SVK), दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा संस्थापित एक सामाजिक प्रकल्प है, जिसका उद्देश्य देश के अभाव ग्रस्त समाज के लोगों को निःशुल्क और मूल्याधारित शिक्षा प्रदान करने के साथ उनका संपूर्ण विकास कर उन्हें एक सशक्त समाज के रूप में उभारना है ताकि वे स्वयं का विकास कर देश के विकास में अपना सहयोग दे सकेंI मंथन-SVK के इस अति-विशिष्ट अभियान में समाज के अनेकों लोगों का सहयोग है, जिनके प्रयासों ने ही मंथन-संपूर्ण विकास केंद्र के लक्ष्य को गति दी। समाज के ऐसे श्रेष्ठमानवों को उनके अतुलनीय योगदान के लिए आभार प्रकट करने हेतु तथा देश के अन्य लोग भी इस महादान से जुड़ सकें, इसके लिए “दान महोत्सव” के अवसर पर मंथन-SVK द्वारा 3 अक्टूबर, 2020 से 8 अक्टूबर, 2020 तक एक विशेष ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत प्रायोजकों को मंथन-SVK में चल रहीं ऑनलाइन कक्षाओं में आमंत्रित किया गया और कक्षाओं में चल रही शैक्षणिक क्रियाओं एवं गतिविधियों से अवगत कराया गया ।विश्व भर से अनेकों प्रायोजकों ने सम्मिलित हो इस कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ा दिया।
कार्यक्रम में प्रायोजकों को मंथन-SVK के छात्रों से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ । दोनों के बीच मेलजोल बढ़ाने के लिए कुछ रोचक गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं । बच्चों ने अपने अद्भुत प्रदर्शनों से सभी को मोहित कर दिया। किसी ने चित्रकारी में अपने हाथों की जादूगरी दिखाई तो किसी ने संगीत के स्वरों को छेड़ते हुए गायन किया। बच्चों ने मंथन-SVK में बिताए अपने अनुभव सांझा किये। केंद्र की एक नई मुहिम “मेरा मंथन, मेरी कहानी” के ज़रिए प्रायोजकों ने भी मंथन-SVK प्रकल्प पर अपने विचार व्यक्त किए । शिक्षकों से उन्होंने बच्चों की शैक्षिक उपलब्धियों के बारे में चर्चा कीI एक वीडियो क्लिप के माध्यम से दर्शाया गया कि किस प्रकार कोरोना संकट की विषम परिस्थितियों में भी मंथन-SVK के अविचल विश्वास और दृढ़ संकल्प ने शिक्षा की सतत बहती धारा में किसी बाधा को आगे नहीं आने दिया। इसके साथ ही कुछ प्रेरणादायी विचारों से दान की महत्ता पर प्रकाश डाला गया ताकि समाज की प्रत्येक इकाई दान की इस महान संस्कृति को जीवित रखते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना दायित्व निभाएं। अंत में, मंथन के छात्रों ने सभी अतिथियों को उनके अद्वितीय योगदान के लिए धन्यवाद दियाI यह कार्यक्रम हर किसी के लिए एक अद्भुत अनुभव रहा।