New Delhi, 07 Aug 2020 : दिल्ली के शालीमार बाग़ के रहने वाले डॉ. आशीष कंधवे को अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रामायण विश्वकोश (ग्लोबल इनसाइक्लोपीडिया ऑफ द रामायण) के लिए बिहार एवं झारखंड राज्य का समन्वयक एवं संपादक मनोनीत किया गया है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी, डॉ. कंधवे जाने-माने वरिष्ठ कवि, संपादक, साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मी के रूप में कार्यरत हैं। डॉ. कंधवे विश्व हिंदी साहित्य परिषद के अध्यक्ष के साथ-साथ भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका “गगनांचल” के सह-संपादक भी हैं।
यह विश्वकोश एक प्रामाणिक अभिलेख है, जिसका प्रकाशन एक अत्यंत ही महत्वकांक्षी योजना के रूप में माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पनाओं के साथ किया गया।
रामायण विश्व महाकोष में श्रीराम से संदर्भित विश्व-भर में उपलब्ध सभी प्रामाणिक अभिलेखों, मूर्त एवं अमूर्त विरासत, कलाओं, रामलीलाओं, स्थापत्य, मूर्तिकला, चित्रकलाओं, लोककथाओं, लोक गायन, आदि सभी विधाओं का समावेश इस विश्व महाकोष में होगा।
बिहार एवं झारखंड खंड के संयोजक एवं संपादक के रूप में मनोनयन के उपरांत डॉ. आशीष कंधवे ने बताया कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया के साथ-साथ रामायण विश्व महाकोष के माध्यम से राम- संस्कृति को भविष्य की पीढ़ियों के लिए पुनः प्रामाणिक एवं वैज्ञानिक धरोहर के रूप में एकत्रित एवं संरक्षित करने में विश्वकोश एक मील के पत्थर के रूप में स्थापित होने जा रहा है।
डॉ. कंधवे भारत ही नहीं, अपितु विश्व के तीन दर्जन से अधिक देशों की सांस्कृतिक यात्रा कर चुके हैं और भारतीय संस्कृति के सूक्ष्म पक्षों को बहुत भली भांति समझते हैं। विश्व-भर में भारतीय संस्कृति के विस्तार एवं प्रतिष्ठा के लिए ब्रिटिश पार्लियामेंट में भारत गौरव सम्मान से भी इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेक सम्मानों से आप सम्मानित हैं तथा अनेक मौलिक एवं संपादित पुस्तकों के लेखक भी हैं।