ड्रूम ने अस्पतालों, स्कूलों, डे-केयर, ऑफिसेस, आवासीय परिसरों, लिफ्टऔर छोटे रिटेल स्पेस के लिए भी उपलब्ध कराई अपनी ‘जर्म-शील्ड’ सेवा

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New Delhi News, 15 April 2020 : दिल्ली-एनसीआर: भारत के सबसे बड़े और अग्रणी ऑनलाइन ऑटोमोबाइल बाजार ड्रूम ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ युद्ध में पूरे देश को सहयोग देते हुए अपनी जर्म-शील्ड सेवा के दायरे को विस्तार दिया है। अस्पतालों, कार्यालयों, स्कूलों, डे-केयर आवासीय परिसरों, रिटेल स्पेस, लिफ्ट और एटीएम को भी जर्म-शील्ड सेवा दी जा रही है। पहले इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सिर्फ ऑटोमोबाइल्स के डीप सेनिटाइजेशन के लिए हो रहा था। अब ड्रूम ने टेक्नोलॉजी से चलने वाली इस सेवा का इस्तेमाल इन भौतिक सुविधाओं के संवेदनशील क्षेत्रों को सुरक्षित रखने के लिए करने का फैसला किया है।

जर्म-शील्ड टेक्नोलॉजी को ड्रूम हेल्थ के अंतर्गत लॉन्च किया गया था तथा यह कारों व दुपहिया वाहनों के लिए एंटी-माइक्रोबियल सरफेस प्रोटेक्शन शील्ड है। यह शील्ड सार्स और अन्य ड्रॉपलेट-बेस्ड वायरस के खिलाफ तीन महीने तक प्रभावी रहती है और यह बैक्टीरिया, अल्गी, यीस्ट, मोल्ड और फफूंद जैसे माइक्रो ऑर्गेनिज्म को पनपने नहीं देती। इस तरह यह शील्ड हानिकारक वायरस से सरफेस को प्रोटेक्शन देती है। यह टेक्नोलॉजी किसी भी सरफेस को 99.99% माइक्रोबियल रिडक्शन रेट के साथ मजबूत, टिकाऊ, अदृश्य और प्रभावी कवच के तौर पर पॉलीमराइज़ (बांड) करती है।

इस पहल के हिस्से के तहत डूम की जर्म-शील्ड टीम मुख्य रूप से किसी भी जगह के कंटेमिनेशन लेवल की जांच करने के लिए डिजिटल स्वाब टेस्ट करेगी। जर्म-रिस्क थ्रेट का आकलन करने के बाद इन क्षेत्रों को लाल ‘हाई रिस्क, नारंगी रिस्क ‘मीडियम रिस्क’, पीला ‘लो रिस्क’ और हरा ‘नो रिस्क’ क्षेत्रों में विभाजित किया जाएगा। ‘हाई रिस्क’ और ‘मीडियम रिस्क’ वाले क्षेत्रों को जर्म-शील्ड टेक्नोलॉजी से ट्रीट किया जाएगा, वहीं अन्य कम रिस्क वाले क्षेत्रों को भी अन्य प्रभावी क्लिनिंग सॉल्युशन का उपयोग करके अच्छी तरह से साफ किया जाएगा।

ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने इस पहल पर टिप्पणी करते हुए कहा, “ड्रूम में हम ऐसी टेक्नोलॉजी और डेटा-ड्रिवन सॉल्युशन विकसित कर रहे हैं, जो कोविड-19 के प्रसार को रोके और देश को इस महामारी से सुरक्षित रखें। इस विजन के तहत हमने ऑटोमोबाइल कैटेगरी से आगे बढ़कर अपनी जर्म-शील्ड टेक्नोलॉजी की पहुंच का विस्तार किया है। यह संवेदनशील भौतिक स्थानों को गहराई से साफ, स्वच्छ करने और कीटाणुरहित रखने के लिए प्रभावी उपाय है और यह तेजी से कंटेजन के खिलाफ स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।”

जर्म शील्ड की लागत इस प्रकार होगीः
स्कूल, अस्पताल- 8 से 15 रुपए प्रति वर्गफीट क्षेत्रफल।
लिफ्ट- 799 रुपए छोटी लिफ्ट, 999 रुपए मीडियम लिफ्ट और 1499 बड़ी लिफ्ट के लिए

एटीएम- 1,499 रुपए

डूम ने पहले ही एनसीआर में लिफ्ट, आवासीय परिसरों, फार्मेसियों और हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स की फेसिलिटी को जर्म शील्ड से सुरक्षित कर दिया है।

इसके अलावा ड्रूम द्वि-वार्षिक और वार्षिक सबस्क्रिप्शन की पेशकश कर रहा है, ताकि यूजर्स अपनी जरूरत के अनुसार विकल्प चुन सकें। वर्तमान में जर्म शील्ड एनसीआर में उपलब्ध है और निकट भविष्य में सभी महानगरों में इसके विस्तार की योजना है।

ड्रूम के बारे मेंः
ड्रूम एक एआई और डेटा साइंसेस-ड्रिवन ऑनलाइन ट्रांजेक्शनल प्लेटफार्म है, जो भारत और अन्य उभरते बाजारों में नए और पुराने वाहनों को खरीदने और बेचने के लिए 21वीं सदी का अनुभव प्रदान करता है। ड्रूम ने डिजिटल इकोनॉमी में पुराने वाहनों की खरीद-बिक्री को लेकर एक पूरा इकोसिस्टम तैयार किया है, जिसमें ऑरेंज बुक वैल्यू (पुराने वाहनों का प्राइजिंग इंजिन), ईको (1000 से ज्यादा पॉइंट्स वाला वाहन निरीक्षण ऐप), हिस्ट्री (पुराने वाहनों का ऐतिहासिक रिकॉर्ड), डिस्कवरी (खरीद से पहले के दर्जनों रिसर्च टूल्स) और क्रेडिट (भारत का पहला और इकलौता पुराने कार के लोन और डीलर फाइनेंसिंग का मार्केटप्लेस) शामिल है। ड्रूम न केवल व्यक्तिगत खरीदारों और विक्रेताओं, डीलर्स और बड़े संस्थानों को ही खरीद-बिक्री की सुविधा नहीं देता, बल्कि उसके साथ-साथ ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़ी सहायक सेवाओं का प्रबंधन भी करता है।

ड्रूम के चार मार्केटप्लेस फॉर्मेट हैं यानी बी2सी, सी2सी, सी2बी और बी2बी और तीन प्राइसिंग फॉर्मेट- फिक्स्ड प्राइस, बेस्ट ऑफर और ऑक्शन। प्लेटफ़ॉर्म साइकिल से लेकर विमान और सभी ऑटोमोबाइल सेवाओं जैसे वारंटी, आरएसए, बीमा और ऑटो लोन की एक विस्तृत रेंज प्रदान करता है।

ऑनलाइन ऑटोमोबाइल लेन-देन के मार्केट में 80 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ ड्रूम भारत का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल प्लेटफार्म ऑनलाइन है और चौथी सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है। भारत के अलावा, ड्रूम सिंगापुर, थाईलैंड और मलेशिया में भी उपलब्ध है। इसका ओबीवी दुनियाभर में 38 देशों में उपलब्ध है, जो ओबीवी को दुनिया का नंबर-1 बेंचमार्क प्राइजिंग इंजिन बनाता है।

कंपनी वर्तमान में वार्षिक जीएमवी में $ 1.3 बिलियन का लेन-देन कर रही है और 100% की सालाना दर से बढ़ रही है। ड्रूम की भारत भर में 1031+ शहरों (भारत का सबसे बड़ा हाइपर-लोकल मार्केटप्लेस), 350,000+ ऑटो डीलर्स (वर्ल्ड में सबसे बड़ा ऑटो डीलर प्लेटफॉर्म), 45 मिलियन+ मंथली विजिटर्स, लगभग 12 मिलियन+ ऐप डाउनलोड और 6.5 मिलियन से ज्यादा फेसबुक फॉलोअर्स की मौजूदगी है।

ड्रूम का मुख्यालय गुरुग्राम, भारत में है। इसकी टीम का आकार 450+ है। ड्रूम एक सिंगापुर होल्डिंग कंपनी है जिसकी भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका में सहायक कंपनियां हैं। कंपनी ने अब तक छह दौर की फंडिंग में $125 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। कुछ प्रमुख निवेशक लाइटबॉक्स, बेनेक्स्ट, बीनोज, डिजिटल गैराज, टोयोटा त्सुशो कॉर्पोरेशन, इंटिग्रेटेड असेट्स मैनेजमेंट हैं।

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