नई दिल्ली: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के अधीन कार्यरत इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) ने इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के अंतगर्त कार्यरत सीएससी अकादमी के साथ मिलकर पहली बार “नेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी ओलंपियाड” की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के छात्रों और नई पीढ़ी के बीच इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह ओलंपियाड छात्रों की समर्थन करने और प्रोत्साहन देने के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाने का उद्देश्य से देशभर में छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है।
ईएसएससीआई की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) डॉ. अभिलाषा गौड़ ने कहा कि ओलंपियाड में दूरदराज और वंचित क्षेत्रों से भी छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें कक्षा छठी से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों भाग ले सकते है और इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह अक्टूबर तक चलेगी। ओलंपियाड के लिए 60 मिनट की ऑनलाइन परीक्षा 15 दिसंबर 2023 से 15 जनवरी 2024 तक आयोजित किए जाएंगे। जिसके परिणाम फरवरी 2024 के पहले सप्ताह में घोषित किए जाएंगे। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे।
उन्होंने बताया कि ओलंपियाड के सफल संचालन के लिए देश को छह जोन में विभाजित किया गया है। इसमें प्रत्येक जोन के टॉप-5 छात्रों को छात्रवृत्ति दिया जाएगा। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्तर पर टॉप 5 छात्रों /कक्षा को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी, गणित, विज्ञान, अंग्रेजी और हिंदी के स्कोर के आधार पर छात्रवृत्ति मिलेगी। प्रत्येक जोन में छठें से 50वें स्थान पर रहने वाले छात्रों को पदक और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा। वहीं, 70% और उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को उत्कृष्टता (एक्सीलेंस) का एक डिजिटल प्रमाणपत्र प्राप्त दिया जाएगा। स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षक समन्वयकों को भी सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. गौड़ का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी ओलंपियाड न केवल छात्रों की प्रतिस्पर्धी क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि उनके अंदर इन विषयों की रूचि भी पैदा करेगा, जिससे वह इस क्षेत्र में आगे करियर बना सकेंगे। इससे भविष्य में इस इंडस्ट्री को भी फायदा होगा।